पटना (संजय कुमार मुनचुन) : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज विधान परिषद में बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें बीजेपी की तरफ से बिहार का सीएम बनने का ऑफर दिया गया था। बीजेपी ने कहा था कि राजद का सीएम होगा और बीजेपी कोटा का डिप्टी सीएम होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर वो सिद्धांतों से समझौता कर लेते तो वो आज बिहार के सीएम होते।
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आगे तेजस्वी ने कहा कि मैंने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। भले ही वो सीएम नहीं बने। तेजस्वी यादव के इस खुलासे के बाद बिहार की सियासत में हलचल पैदा हो गई है। तेजस्वी यादव ने जब से बिहार की सियासत में बैक किया है तब से वो लगातार बीजेपी और नीतीश सरकार पर हमलावर हैं।
तेजश्वी यादव महाराष्ट्र और गोआ जैसे राज्यों की बात करते हुए कहा कि जिस तरह से इन राज्यों में जनादेश का अपमान हुआ है, लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाया जा रहा है ये जनता सब देख रही है और जनता इसका जवाब देगी।
तेजस्वी यादव आज विधान सभा में भी एग्रेसिव मोड में दिखे। उन्होंने रविवार को कांग्रेस के प्रदर्शन में हुए लाठीचार्ज को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी यादव ने कहा बिहार में एनडीए की सरकार जब से बनी है बिहार सरकार में लगातार कठिनाइयां आ रहीं हैं, और सरकार उसका निदान नहीं कर पा रही है। चमकी बुखार, बढ़ते अपराध, शिक्षा इन तमाम मुद्दों पर यह सरकार विफल है।
तेजश्वी यादव ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर लगातार हमले करते हुए कहा कि बिहार में साढ़े पाँच लाख नौकरियों के आवेदन डाले गए हैं और आवेदन उन लोगों द्वारा डाले गए हैं जो एमबीए, एमटेक, बीटेक किये हुए हैं। ये लोग माली और चपरासी की नौकरियों के लिए आवेदन किये हैं और जो आंकड़े हैं वो ये दिखाता हैं कि बिहार में बेरोजगारी की समस्या कितनी बड़ी है।
नेता प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव ने सुशील मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा की रात के अंधेरे में अच्छे काम होते हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इसपर चुप रहना ये दिखाता है कि ये सरकार जनता के प्रति खड़ी नहीं उतर पाई है और बिहार के बदहाली के लिए सिर्फ नीतीश और सुशील मोदी ज़िमेदार हैं।