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ब्रह्मर्षि विकास संस्थान द्वारा निःशुल्क सामूहिक उपनयन सह प्रतिभा सम्मान महासम्मेलन एवं होली मिलन समारोह आयोजित

सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट दरभंगा। ब्रह्मर्षि विकास संस्थान के तत्वावधान में वैदिक रीति से निःशुल्क सामूहिक उपनयन सह प्रतिभा सम्मान महासम्मेलन एवं होली मिलन कार्यक्रम दरभंगा जिला के जाले प्रखंड अंतर्गत अहियारी गांव स्थित अहल्या स्थान परिसर में धूमधाम के साथ आयोजित किया गया। प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष डा बी बी शाही मंच संचालन संस्थान के सचिव संजीत ठाकुर धन्यवाद ज्ञापन कोर कमेटी सदस्य राम कृष्ण शर्मा द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सह उद्घाटनकर्ता अनंत विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनन्तानन्द सरस्वती ,राजगुरु मठ पीठाधीश्वर -काशी, विशिष्ट अतिथि जाले विधायक सह पूर्व मंत्री जिवेश कुमार अतिथि रूप में सर्व ब्रह्मण ब्रह्मर्षि समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मवीर शुक्ला , अटल मिथिला सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध कवयित्री डा तिष्या श्री,ब्रह्मर्षि विकास संगठन के अध्यक्ष सुनील ब्रह्मर्षि, ब्रह्मर्षि विकास संस्थान के मधुबनी जिला संयोजक प्रो रविंद्र नाथ पाण्डेय, ब्रह्मर्षि सेना सीतामढी के संयोजक अवनीश कुमार सिंह भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट के युवा अध्यक्ष शांतनु सत्यम तिवारी इत्यादि लोग मंच पर उपस्थित थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी सहजानंद सरस्वती के चित्र के आगे काशी पीठाधीश्वर द्वारा दीप प्रचलित कर किया गया बाल कलाकार बरहमपुर निवासी शिवम कुमार के द्वारा स्वागत गीत गाकर के किया गया बनारस से आए जुड़वा बाल कलाकार रामकृष्ण राधा कृष्ण राधे कृष्णा इन तीनों का उम्र में दो का उम्र 5 वर्ष और एक का उम्र मात्र 6 वर्ष है इन तीनों ने शिव तांडव स्तुति गाकर के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने खूब ताली बजाकर कर इन तीनों बाल कलाकार का हौसला अफजाई किया और तीनों बाल कलाकार की अद्भुत प्रतिभा देखकर पूरे परिसर में चर्चा का विषय बन गया।

बजरंग म्यूजिकल ग्रुप द्वारा के द्वारा भी मिथिला के परंपरा अनुसार मैथिली मांगलिक लोकगीतों से परिसर को शोभायमान करते रहे विभिन्न महिलाओं ने मांगलिक गानों के द्वारा परिसर को मांगलिक वातावरण करते दिखाई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगतगुरु ने मिथिला का विस्तृत वर्णन किया और मां अहिल्या पर भी प्रकाश डालें। उन्होंने मिथिला की मिट्टी के बारे में बताया कि मिथिला की मिट्टी में वह शक्ति है जो कितना से भी कितना मुश्किल काम काहे नहीं हो वह हर संभव सही तरीके से कर ही लेती है विपरीत मौसम के बावजूद इतना सफलतम आयोजन देखकर के स्वामी जी ने संस्थान के समस्त कमेटी को आभार प्रकट किया और उन्होंने कहा कि यह जीवंत संस्थान जिस प्रकार से 10 वर्षों से कार्य कर रही है यह पूरे भारतवर्ष के सामाजिक संगठनों के लिए एक संदेश है वह भी इस संगठन से सीख लेकर के अगर इस प्रकार से कार्य करेंगे तो समाज के साथ-साथ अपना राष्ट्र सुदृढ़ होगा। वसुधैव कुटुंबकम पूरे विश्व को एक नया संदेश देगा ।

प्रसिद्ध कवयित्री डॉक्टर तिष्या श्री ने अपना स्वरचित राम जी पर कविता प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। राम मंदिर क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बिहार से एकमात्र कवयित्री को राम भजन के पाठ के लिए अयोध्या बुलाया गया था जिसमें डॉक्टर तिष्या श्री जी को राष्ट्रीय नवोदित प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया था। राम जी पर उनका स्वरचित कविता पाठ सुनकर स्वामी जी ने उनका भूरी भूरी प्रशंसा की।

संस्थान के संरक्षक डॉ सुभाष चंद्र सिंह के द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सह उद्घाटन करता स्वामी अनंतानंद सरस्वती को मिथिला के परंपरा के अनुसार मिथिला पेंटिंग चादर एवं पाग माला पहनाकर स्वागत किया गया। विशिष्ट अतिथि जाले विधायक जीवेश कुमार को अंग वस्त्र, पाग माला से संस्थान के सचिव संजीत ठाकुर ने स्वागत किया। धर्मवीर शुक्ला को संस्थान के कोषाध्यक्ष मनोज ठाकुर के द्वारा अंग वस्त्र पाग से स्वागत किया गया। रविंद्र नाथ पांडे को रामबाबू चौधरी द्वारा अंग वस्त्र पाग से स्वागत किया गया। जिला परिषद सदस्य ओम प्रकाश ठाकुर को अवधेश प्रसाद सिंह उर्फ लालटेन द्वारा पाग अंग वस्त्र से स्वागत किया गया। डॉक्टर तिष्या श्री को स्वामी जी के द्वारा मिथिला पेंटिंग चादर पाग माला से स्वागत किया गया। ब्रह्मर्षि सेना के सीतामढ़ी संयोजक अवनीश कुमार का बबलू ठाकुर द्वारा अंग वस्त्र पाग से स्वागत किया गया। सुनील ब्रह्मर्षि को उमेश प्रसाद सिंह द्वारा अंग वस्त्र पाग से स्वागत किया गया। प्रोफेसर रविंद्र नाथ पांडे का बालेश्वर ठाकुर बालाजी द्वारा अंग वस्त्र पाग से स्वागत किया गया। शांतनु सत्यम तिवारी का उमेश ठाकुर द्वारा अंग पाग माला से स्वागत किया गया। प्रतिभा सम्मान के तहत छः उत्कृष्ट प्रतिभा के धनी महानुभावों का चयन किया गया जिसमें राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति सम्मान 2024 से स्वामी जी के हाथों प्रसिद्ध कवित्री डा तिष्या श्री जी को प्रदान की गई। सर गणेश दत्त स्मृति सम्मान 2024 से तीनों बाल कलाकार बनारस के रामकृष्ण राधा कृष्ण राधे कृष्ण को स्वामी जी के द्वारा प्रदान किया गया। बरहमपुर के बाल कलाकार शिवम कुमार को बाबू लंगट सिंह स्मृति सम्मान 2024 स्वामी जी के द्वारा प्रदान किया गया। प्रसिद्ध बिजनेसमैन प्रभा मिश्रा को उत्कृष्ट कार्य के लिए बाबू लंगट सिंह स्मृति सम्मान 2024 संस्थान के अध्यक्ष डॉ बी बी शाही द्वारा प्रदान किया गया।

विपरीत मौसम के बावजूद हजारों से ऊपर पुरुष महिला बच्चे बच्चियों का समागम दिखा। मंच पर से बार-बार लोगों से मौसम को अनदेखी करने का और निश्चित पूर्वक मांगलिक खुशी बेला में बने रहने का अनुरोध करते देखा गया। मौसम ने भी साथ दिया सभी कार्य विधि सम्मत संपन्न किया गया। कुशल आचार्य के नेतृत्व में सभी उपनयन संस्कार वैदिक रीति से विधिपूर्वक संपन्न कराया गया। उपनयन के महत्व पर आचार्य के द्वारा विस्तृत चर्चा की गई। संस्थान के द्वारा सभी आचार्यों को वस्त्र बरुआ को वस्त्र सभी के लिए भोजन की व्यवस्था अल्पाहार की व्यवस्था की गई थी सभी लोगों ने स्वरुचि पूर्वक भोजन का स्वाद लिया।

प्रतिभा सम्मान के बाद रात्रि तक होली मिलन का कार्यक्रम चलते रहा। बजरंग म्यूजिकल ग्रुप के द्वारा एक से एक फगुआ गीत बाबा हरिहरनाथ काशी में खेले होली, होली खेले रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीरा , शिव मठ पर शोभे लाल ध्वजा इत्यादि होली गीत जोगीरा पर महिलाएं पुरुष बच्चे बच्चियों झूमते दिखे। अंतिम में बरसाने का फूलों का होली हम धूम मचाने आ गए श्री राधे तेरे बरसाने में पुष्प वर्षा के साथ मना करके कार्यक्रम समाप्ती की घोषणा की गई। आगे वर्ष भी इसी प्रकार से सभी लोगों का सहयोग मिले और इसी प्रकार से आनंदपूर्वक कार्यक्रम हो इसकी भी मंच से घोषणा की गई।

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