डॉ0.एस.बी.एस.चौहान
चकरनगर,इटावा।तहसील सभागार चकरनगर में तहसील दिवस का कार्यक्रम उप जिलाधिकारी श्री जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ जिसमें 34 शिकायतें पोर्टल पर दर्ज की गईं जिसमें सबसे ज्यादा शिकायतें तहसील विभाग के रेवेन्यू की थी। दिलचस्प बात तो यह है कि निस्तारण एक का भी नहीं हो सका।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार तहसील सभागार में समाधान दिवस का कार्यक्रम नियमानुसार उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। चलते कार्यक्रम के दौरान 34 प्रार्थना पत्र पोर्टल पर दर्ज किए गए जिन को अग्रिम कार्यवाही और जांच हेतु विभागों को आदेशित कर भेज दिए गए। इन शिकायतों में से सर्वाधिक शिकायतें तहसील विभाग के ही रेवेन्यू की थी शायद इसीलिए एक भी शिकायत का निस्तारण नहीं हो सका और पोर्टल पर आए प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों के लिए पीठासीन अधिकारी के द्वारा निर्देशित होकर थमा दिए गए हैं। कितने प्रार्थना पत्रों का स्थलीय निरीक्षण होगा या कि फिर यूं ही कागज की खानापूर्ति कर 1 हफ्ते के अंदर सभी का निष्पादन कर दिया जाएगा जो मूल रूप से यही होता है। शिकायत चाहे जिलाधिकारी के समक्ष तहसील दिवस में की गई हो या मुख्य विकास अधिकारी और चाहे उप जिलाधिकारी से लेकर तहसीलदार महोदय के स्तर पर की गई हो लेकिन उन का स्थलीय निरीक्षण विधि अनुकूल नहीं किया जाता है। जो भी कार्यवाही है सर्वाधिक प्रतिशत उस पक्ष में जाता है की टेबिल निस्तारण ही किया जाता है। जांचकर्ता अपनी स्वेच्छा के अनुसार जी चाहे वही रिपोर्ट लगाकर मामले को निष्पादित कर देता है जो कि विधि प्रतिकूल है। जबकि शासन की मंशा यह नहीं है शासन यह चाहता है की शिकायत का निस्तारण स्थलीय जांच के साथ होना चाहिए ताकि शिकायतकर्ता को उसका पूरा संतोष प्राप्त हो सके।