सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र में हो रही घोर लापरवाही
विमलेश तिवारी (बीकेटी/लखनऊ) :: जुलाई माह के आरंभ से मनाया जाने वाला संचारी रोग नियंत्रण माह विभागीय उदासीनता के चलते केवल कागजों तक ही सिमट कर रह गया है। वर्षा प्रारंभ होने के साथ वेक्टर जनित रोगों ने पांव पसार लिए हैं। और धीरे-धीरे रोगियों की संख्या बढ़ती चली जा रही है।
संगठनों को सरकार की मंशा अनुरूप फिर लोगों से बचने के लिए जन जागरण अभियान चलाने के साथ साथ सफाई की व्यवस्था सुधार कराने एवं जल के शुद्धता सहित अनेक कार्यक्रम अन्य विभागों के साथ मिलकर चलाने की योजना है। परन्तु इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। न तो इस संबंध में कोई रैली की जा रही है।और न ही लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है
- अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजेंद्र कर्ण मनोनीत
- एडीएम नीरज दास की अध्यक्षता में जिला स्थापना दिवस को लेकर बैठक
- जेडीयू नेता राजेश्वर राणा ने तेजस्वी यादव की घोषणा पर बोला हमला
- 2025 में जनगणना, बिहार में तैयारी शुरू
- अपने घरों तक रास्ता से वंचित परिवारों से मिले जेडीयू नेता राजेश्वर राणा, भगता बांध पर सड़क निर्माण का दिए आश्वासन
कस्बे सहित ग्रामीण अंचलों में गंदगी का अंबार लगता चला जा रहा है।जिसको लेकर जिम्मेदार मौन हैं।संचारी रोग को लेकर जनपद स्तर पर भले ही मीटिंग का आयोजन कर लिया गया हो परंतु निचले स्तर तक पहुंचते-पहुंचते इस अभियान की उपयोगिता समाप्त हो चुकी है। जिम्मेदार लोग भी केवल कागजी खानापूर्ति कर कार्यक्रम की इतिश्री कर रहे हैं। दूसरी और भीषण गर्मी वर्षा के चलते मच्छर जनित रोगों ने पांव पसार लिया है। दस्त,बुखार सहित अन्य रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों का कहना है।कि इस संबंध में आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले समय में संक्रामक रोगों से लोग परेशान हो जाएंगे और इसके रोगियों की संख्या भी बढ़ती चली जाएगी इसके लिए वृहद स्तर पर जन जागरण अभियान चलाने स्वच्छता व्यवस्था को शुद्ध करने एवं जांच आदि की सुविधा सुदृढ़ करने की जरूरत है।
(फेसबुक पर Swarnim Times स्वर्णिम टाईम्स लिख कर आप हमारे फेसबुक पेज को सर्च कर लाइक कर सकते हैं। TWITER पर फाॅलों करें। वीडियो के लिए YOUTUBE चैनल को SUBSCRIBE करें)