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शिव महापुराण में वर्णित है यह शिव मन्दिर लगता है भब्य मेला

राम मोहन गुप्ता (लखनऊ) :: बख्शी का तालाब क्षेत्र ग्राम पंचायत शिवपुरी में शिव महापुराण में वर्णित शिवपुरी में पूर्व दिशा में भगवान भदेश्वर नाथ जी का पावन शिव मंदिर स्थित है मामपुर बाना में बाणासुर  किला के अवशेष आज भी स्थित है्। बाणासुर की पुत्री उषा यहां भगवान शिव से ज्ञान सीखने हेतु, आती थी मंदिर प्रांगण में आज भी प्राचीन काल का पत्थर विराजमान है यहां सन 1934 में इटौंजा के राजा राम पाल सिंह ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था आज भी उस समय का ईटा मौजूद है यहां भगवान अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैंइस गांव का अद्भुत नाम भगवान शिव के नाम पर शिवपुरी पड़ा यहां पर प्राचीन काल में खुदाई गई कुआं तथा कई मंदिर के अवशेष आज भी दर्शन करने योग्य हैं मंदिर की समय सीमा किसी को पता नहीं है यह बहुत बहुत समय पहले था जो कुछ समय पहले अस्तित्व में आया है कई महात्माओं की तपोस्थली रही है यहां पर पहले राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त मानव सुधार सेवा समिति का संचालन होता था हर रविवार की शाम को यहां सत्संग होता था जिसमें गांव से लोग आते थे


यहां सावन से पहले अषाढी के दिन विशाल भंडारा होता है तथा भादो माह में कजरी तीज के दिन यहां विशाल मेला लगता है जिसमें दंगल भी होता हैसावन माह में यहां भक्तों की लंबी कतारें लगती है तथा यहां 20 वर्ष पहले यज्ञ भी हो चुका है यहां भगवान राम भक्त हनुमान मंदिर दुर्गा माता मंदिर संतोषी माता का मंदिर तथा यहां कई स्थान दर्शन करने योग्य हैं यहां मौजूदा पुजारी चंद्रमा मुनि 20 वर्ष से ज्यादा रह रहे हैं

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