देहरादून । 2024 के पंडित मदन मोहन मालवीय पुरस्कार डॉ. बीरबल झा को उनकी सोशल ऑनटरप्रनरशिप , लेखन कौशल, संचार कौशल प्रशिक्षण, सामाजिक सेवा और देश में सांस्कृतिक आंदोलन की चलाने के लिए प्रदान किया गया। डॉ. झा को 14 फरवरी को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में वसंत पंचमी के अवसर पर एक समारोह में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार के रूप में स्वर्ण अशोक प्रतीक एवं प्रशस्ति पत्र के साथ प्रदान किया गया।
डॉ. झा को यह सम्मान उनकी बौद्धिक, शैक्षणिक और सामाजिक सेवाओं के लिए पूर्वा सांस्कृतिक मंच की ओर से दिया गया।डॉ. बीरबल झा बिहार के प्रमुख सोशल ऑनटरप्रनर और दुनिया के शीर्ष 20 स्वयं सहायता लेखकों में से एक हैं। उन्होंने देश में अंग्रेजी कौशल प्रशिक्षण में अद्वितीय योगदान दिया है। साथ ही उन्होंने भारतीय सांस्कृतिक आंदोलन, विशेषकर ‘पाग बचाओ अभियान’ का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने का राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया है।
डॉ. बीरबल झा भारतीय समाज के वंचित वर्ग के लोगो की जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए पिछले तीन दशक से अथक प्रयास करते आये हैं। उन्होंने भारत के सबसे गरीब समुदायों के तीन लाख पचास हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर स्वाबलंबी बनाया है। डॉ. बीरबल को ब्रिटिश लिंगुआ के बैनर तले देश में ‘इंग्लिश फॉर ऑल’ के नारे के साथ अंग्रेजी प्रशिक्षण में क्रांति लाने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने ब्रिटिश लिंग्वा की स्थापना 1993 में की थी, जिसका उद्देश्य अंग्रेजी कौशल को भारत के आम आदमी तक ले जाना है । उनकी अरबों कीमत वाली बौद्धिक संपदा उनके और पूरे देश के लिए एक विशेष संपत्ति है।
डॉ. बीरबल झा एक प्रशिद्ध लेखक, सामाजिक उद्यमी, गीतकार, भाषाविद्, व्युत्पत्तिविज्ञानी, स्तंभकार, सामाजिक विचारक-कार्यकर्ता, सांस्कृतिक कार्यकर्ता और योद्धा हैं. साथ ही वह एक शीर्ष संचार कौशल प्रशिक्षक और ब्रिटिश लिंगुआ के प्रबंध निदेशक भी हैं।
डॉ. बीरबल झा को कई पुरस्कारों, प्रशस्ति पत्रों और प्रशंसा पत्रों से सम्मानित किया गया है, यथा: राष्ट्रीय शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार-2010, कृति पुरुस्कार -2011, पर्सन ऑफ द ईयर-2014, स्टार ऑफ एशिया अवार्ड-2016, ग्रेट पर्सनैलिटी ऑफ इंडिया अवार्ड -2017, बिहार अचीवर अवार्ड-2017।
पागमैन अवार्ड-2017, यंगेस्ट लिविंग लीजेंड ऑफ मिथिला-2017, ग्लोबल स्किल्स ट्रेनर अवार्ड-2022, कवि कोकिल विद्यापति अवार्ड-2023, मिथिला विभूति अवार्ड-2022, मां जानकी पुरस्कार-2023 और शिक्षा शिखर सम्मान-2023।