डेस्क : सीतामढ़ी सिविल कोर्ट में अपराधियों ने गैंगस्टर संतोष झा की गोली मारकर हत्या कर दी. हथियारबंद अपराधियों ने दिनदहाड़े हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया. कोर्ट परिसर में हुई इस घटना में एक चपरासी को भी गोली लगी है.
गोली लगने के बाद संतोष को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अपराधियों की इस गोलीबारी से सीतामढ़ी कोर्ट कैंपस में भी आपाधापी मच गई. दरअसल गैंगस्टर संतोष झा का अपराध से पुराना नाता है.
संतोष झा का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया था जब इस गैंगस्टर ने रंगदारी नहीं मिलने पर दिनदहाड़े दो इंजीनियर्स को मौत के घाट उतार दिया था. इंजीनियर मुकेश कुमार और ब्रजेश कुमार की हत्या के मामले गैंगस्टर संतोष झा और मुकेश पाठक सहित दस अभियुक्तों का नाम आया था.
इस घटना ने बिहार के पुलिस महकमा को हिला कर रख दिया था. इसके बाद पुलिसिया कार्रवाई शुरू हुई और अंतत: पुलिस तथा एसटीएफ की टीम ने पूरे गैंग को दबोच लिया था. दरअसल माफिया डॉन संतोष झा ने मिथिला में बिहार पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट बना रखा था. इसे उसने नक्सलियों के ग्रुप के तर्ज पर तैयार किया था.
संतोष और विकास पहले नक्सली गिरोह में अहम पदों पर रह चुके थे लेकिन एक नक्सली कमांडर को धोखे से मरवाकर दोनों सरगना बन बैठे. इसके बाद में दोनों ने इस नक्सली ग्रुप को क्रिमिनल ग्रुप में तब्दील कर दिया.