दरभंगा : राजद नेता पूर्व मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने आज राजद के सभी पदों से त्याग पत्र देते हुए 18 अप्रैल को मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने की बात कही। खाजासराय स्थित अपने आवास पर वे संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मधुबनी में 18 तारीख तक नामांकन करने की तिथि है। अगर उस दिन तक राजद नेता तेजस्वी यादव पार्टी सिंबौल या फिर बाहर से समर्थन देने का ऐलान करते हैं, तो ठीक है, नहीं तो उसी दिन पार्टी को अलविदा कह देंगे।
उन्होंने कहा कि मैंने 30 साल तक पार्टी की खिदमत की है जिसको लेकर उन्हें इसका अवार्ड मिलना चाहिए, नाकि उन्हें पनिशमेंट दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मिथिलांचल में नए-नए बने पार्टी को तर्जीह दिया जा रहा है। जबकि उन्होंने कहा कि मैंने मिथिलांचल में पार्टी मजबूत किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी से अलग होना बड़े ही दुख की बात है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि जिन्हें टिकट नहीं मिल सका वह आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतर सकते हैं और मुझे पूरा उम्मीद है कि पार्टी मुझे मधुबनी सीट पर समर्थन करेगा। वहीं उन्होंने कहा कि डॉ शकील अहमद को अगर कांग्रेस का चुनाव चिह्न मिलता है, तो वे उनका समर्थन करेंगे। अगर उनको नही मिलता है तो हर हाल में मधुबनी संसदीय क्षेत्र से वह आजाद उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करेंगे।
फातमी का इस्तिफा होगा स्वीकार : तेजस्वी
राजद नेता सह विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने आज मो. अली अशरफ फातमी के धमकी के आगे झुकने से इनकार करते हुए कहा कि उनका इस्तिफा मंजूर कर लिया जाएगा। साथ ही अगर वे पार्टी विरोधी गतिविधि में संलिप्त रहे, तो 6 साल तक पार्टी में उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा। नेता विरोधी दल बरूआरा में आयोजित राजद सभा में भाग लेने के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि चुनाव हारने के बाद पहले भी वे पार्टी छोड़ दिए थे, लेकिन लालू प्रसाद का दिल इतना बड़ा है कि उन्हें पार्टी में ले लिये। तेजस्वी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें 6-6 बार टिकट दिया।
चुनाव जीतने पर उन्हें केन्द्र में मंत्री बनाया, लेकिन एक ही व्यक्ति को हर बार मौका नहीं दिया जा सकता है। दरभंगा में अब्दुलबारी सिद्दिकी को प्रत्याशी बनाया गया है और मधुबनी सीट गठबंधन के खाते में गया है। ऐसे में उन्हें सब का ख्याल रखना है।