पटना (संजय कुमार मुनचुन) : मुजफ्फरपुर काण्ड पर नीतीश कुमार ने अपनी बात रखी। उन्होंने पहली बार इस बात को स्वीकार किया कि सिस्टम में कमी की वजह से ऐसी घटना हुई। उन्होंने कहा कि हमने ही बालिका गृह की सोशल ऑडिट करायी थी ,सीएम नितीश कुमार की प्रेसकॉन्फ्रेंस में डिप्टी सीएम के साथ बिहार के मुख्य सचिव , गृह सचिव , डीजीपी के साथ समाज कल्याण के प्रधान सचिव भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने सिस्टम को दुरुस्त करने के उपायों पर भी चर्चा की और अधिकारियो को इस बात के निर्देश दिए की अब एनजीओ सेल्टर होम नहीं चलाएंगे, सीएम ने कहा कि मैंने अधिकारियों से कहा है कि अगर कोई अच्छा भवन किराये पर मिलता है तो अभी से शेल्टर होम चलाना शुरू कर दिया जाए। ऐसी संस्थाओं की पूरी जवाबदेही सरकारी कर्मचारियों पर होगी। चरणबद्ध तरीके से इस योजना पर अमल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इन अटकलों पर भी विराम लगा दिया की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा का इस्तीफा कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक कह दिया की किसी के आरोप लगाने भर से इस्तीफा लिया या दिया नहीं जाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरा मामला खुद सरकार के संज्ञान और समाज कल्याण विभाग के पहल के बाद सामने आया है। सरकार ने लगातार दोषियों पर कार्रवाई की है ऐसे में मंत्री के इस्तीफे की बात केवल राजनीति से जोड़ा जा रहा है , साथ ही सीएम ने ने कहा की जो भी दोषी पाए जायेंगे उन्हें बक्शा नहीं जायेगा।
नितीश कुमार ने विपक्ष के कैंडिलमार्च और धरना पर भी निशाना साधा , सीएम नितीश ने कहा की लोग सम्वेदनशील मुद्दे पर भी राजनीती कर रहे है उन्होंने कहा की जब लोग धरना में शामिल थे तो हंस – हंस के फोटो खिचवा रहे है जो लोग इसमें शामिल हुए थे उनपर भी हमला सीएम ने कहा को वो कौन लोग कौन है ये नहीं पता है क्या लोगो को उन्होंने महिलाओ के लिए क्या किया है ये बात किसी से छुपी नहीं है सीएम ने कहा की ये धरना भ्रस्टाचार मुद्दा न रहे सिर्फ इस लिए आयोजित किया गया था।
बिहार के महामहिम राज्यपाल द्वारा भेजी गई चिठ्ठी पर सीएम नितीश कुमार ने कहा की ये मुद्दा संवेदनशील मामला है जिसपर राज्यपाल ने अपने विचार पत्र के मध्य से भेजे , सीएम ने इस घटना के पुरे बिहार के शर्मशार होने की बात भी कही , सीएम ने कहा की इस घटना से हर एक बिहारी शर्मशार है।