राज प्रताप सिंह
लखनऊ ब्यूरो।धूम्रपान युवा पीढ़ी को खोखला कर रही है। कम उम्र के युवक बीडी-सिगरेट, पान-मसाला और तम्बाकू का सेवन कर रहे हैं। इसकी वजह से वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। जागरुकता फैलाकर युवा पीढ़ी को धूम्रपान के खतरों से रूबरू करा सकते हैं। वहीं तम्बाकू की बिक्री के लिए लाइसेंस की अनिवार्यता मील का पत्थर साबित होगी। यह बातें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कही।
वह बुधवार को राजभवन में विनोबा सेवा आश्रम की तरफ से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इससे पूर्व राज्यपाल ने तम्बाकू की बिक्री के लिए लाइसेंसिंग नीति का अनावरण किया। लघु फिल्म एक छोटी सी जीत का लोकापर्ण हुआ। राज्यपाल ने कहा कि तम्बाकू सेहत के लिए न सिर्फ नुकसानदेह है बल्कि परिवार को बरबादी की राह पर ले जाता है। क्योंकि तम्बाकू के सेवन के बाद जब कैंसर होता है तो उसके इलाज पर कम से कम 10 से 12 लाख रुपये खर्च हो जाते हैं।
माता-पिता बच्चे की गतिविधियों की निगरानी करें
युवा पीढ़ी नशे के फेर में अपराध तक करने से गुरेज नहीं करती है। सरकार अकेले सबकुछ नहीं कर सकती है। माता-पिता बच्चे की गतिविधियों की निगरानी करे। धूम्रपान त्याग कर परिवार आर्थिक समृद्धि भी हासिल कर सकते हैं।
पानी व अन्न बचाने की अपील
राज्यपाल ने लोगों से पानी व अन्न की बरबादी रोकने की अपील की। उन्होंने कहाकि घर से नेक काम की शुरुआत करनी चाहिए। जितना जरूरत हो ग्लास में उतना ही पानी निकालें।
पांच पीढ़ी ने नहीं पी चाय
राज्यपाल ने कहा कि मेरे परिवार में पांच पीढ़ी से चाय तक किसी ने नहीं पी। चाय के स्थान पर परिवार के सदस्य सुबह दूध पीते हैं। शाम को नीबू पानी। विनोबा सेवा आश्रम के संस्थापक रमेश भैया ने कहा कि तम्बाकू समाज का दुश्मन है। लखनऊ दुनिया का पहला शहर बना है जिसमें तम्बाकू बिक्री के लिए लाइसेंस की अनिवार्यता लागू की गई है। कार्यक्रम में प्रबन्धक तम्बाकू मुक्त अभियान जेपी शर्मा, दिव्या श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार, केजीएमयू रेस्पीरेट्री मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत, सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे व विक्रम मिश्र समेत अन्य लोग मौजूद रहे।