डेस्क : परिवर्तनकारी माध्यमिक/उच्चतर माध्यमिक शिक्षक संघ ने हाईस्कूल और प्लस 2 विद्यालयों में शिक्षक नियोजन हेतु प्रस्तावित STET परीक्षा में आर्टस, कॉमर्स के साथ-साथ कई अन्य भाषा विषयों को शामिल नहीं किए जाने को लेकर आपत्ति दर्ज करते हुए शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है. जिसमें उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के नियोजन हेतु प्रस्तावित एसटीइटी परीक्षा में इन विषयों को शामिल किये जाने की मांग की गई है.

दरअसल, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि STET परीक्षा के लिए जो विज्ञानपन जारी किया गया है उनमें सिर्फ सात विषयों जिनमें साइंस और कंप्यूटर को शामिल किया गया है.

संघ ने कहा है कि राज्य के अधिकांश विद्यालयों में आर्ट्स और अन्य भाषाओं के शिक्षकों के बड़े पैमाने पर सीटें खाली हैं. ऐसे में सिर्फ साइंस और कंप्यूटर के लिए विज्ञापन निकाला जाना समझ से परे है.
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आपको बता दें कि इसको पत्र में कहा गया है कि 2011 के बाद इस वर्ष एसटीइटी परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. पिछले 8 वर्षों से वाणिज्य और कला विषय के स्नातकोत्तर और बीएड डिग्रीधारी शिक्षक बनने की आस लगाए बैठे हैं परन्तु यह खेदजनक है कि सीटें खाली होने के बाद भी इन विषय के अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने से वंचित किया जा रहा है.

संघ ने लिखा है कि शिक्षा मंत्री और विभाग इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए वाणिज्य, कला और भाषा के अन्य विषयों को भी प्रस्तावित STET-2019 परीक्षा में शामिल किया जाये ताकि उनके साथ न्याय हो सके.