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अराजक तत्वों के द्वारा हैंग करने की वजह से 100 डायल में किया गया तकनीकी परिवर्तन

चकरनगर (इटावा) डॉ0 एस. बी. एस. चौहान:- यूपी 100 यानी पुलिस सहायता का फोन नंबर आपातकालीन स्थिति में 100 डायल करने की प्रक्रिया में थोड़ी सी जटिलता आई है जो अनावश्यक इस्तेमाल को देखते हुए विभागीय अधिकारियों और टेक्नीशियनों ने परिवर्तन किया है। इस परिवर्तन के मद्देनजर नाहक हंड्रेड नंबर को डायल करने वाले लोगों की तादाद में भी गिरावट आई है जो एक जटिलता का प्रतीक है। लेकिन यह प्रक्रिया कोई जटिल नहीं है और इसको आपातकालीन स्थिति में डायल करने के लिए एक बहुत बड़ी सहूलियत बन गई है। इस संबंध की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने देते हुए बताया जैसे कि आज के पूर्व जो भी सो नंबर पुलिस सहायता के लिए आपातकालीन स्थिति में डायल करता था तो वह नंबर सीधा कंट्रोल रूम जाकर और वहां से सहायता केंद्र के लिए फॉरवर्ड कर दिया जाता था इसमें कुछ मनचले लोगों ने इस्तेमाल नाजायज तरीके से चालू कर दिया था। इससे लाखों फोन इस तरीके से जाया करते थे कि कंट्रोल रूम आपरेटर बेहद परेशान हो जाया करता था। इस समस्या से निजात पाने के लिए कि कुछ लोग 100 नंबर को हैंग करके कंप्यूटर के द्वारा फिर पुलिस को परेशान करने के लिए नाहक इस्तेमाल कर रहे हैं इस वजह को लेकर वैज्ञानिकों ने एक तरीका खोज निकाला है जिसमें 100 नंबर डायल करने के बाद कंप्यूटर जवाब देता है कि आप पुलिस यूपी से बात करना चाहते हैं तो 9 दबाएं या आदि-आदि। यह है कि जब किसी को सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो जैसे हम भी एस एन एल केयर को कॉल करते हैं तो वहां पर कंप्यूटर लाइन देता है और आपको एक दबाना, दो दबाना आदि-आदि सिर्फ इसलिए कि वह ऑपरेटर तक पहुंचने के लिए थोड़ा सा रास्ता आड़ा तिरछा हो गया है लेकिन इससे होता यह है कि जो हैंग करने वाले अराजकतत्व हैं वह इस नंबर को हैंग नहीं कर पाते हैं क्योंकि जो इसमें कंप्यूटर के द्वारा बटन दबाने का निर्देश मिलता है तो हैंग करने वाली मशीन उस नंबर को नहीं दबा पाती है इसलिए यह प्रक्रिया जटिल नहीं बल्कि आसान हुई है की आपातकालीन स्थिति में सबसे पहले 100 नंबर डायल किया जाता है वैसे ही कंप्यूटर आपको दिशा निर्देश करेगा कि यूपी पुलिस सहायता के लिए एक दबाएं वह नंबर आप को दबाना चाहिए उसके बाद तत्काल कंट्रोल रूम से नंबर अटैच हो जाता है जहां से यह पूंछ कर कि आपका कौन सा थाना समीपवर्ती है जब आप थाना बताएंगे तो आपको कुछ ही पलों में संबंधित हंड्रेड डायल मौके पर उपलब्ध होगी। हमारे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने एक विशेष भैंट के दौरान बताया कि यह प्रक्रिया सिर्फ इसलिए बदली गई है की कुछ लोग नंबर को हैंग करके गलत इस्तेमाल करने लगे थे इसलिए इस रास्ते को खोज निकालना अनिवार्य था और उन्होंने समस्त जनपद वासियों को आपातकालीन स्थिति में हंड्रेड डायल कर पुलिस की सेवाएं लेने के लिए पूर्ण रूप से आवाहन किया है।

Technological change done in hand dial due to hanging through chaotic elements

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