साइबर सेल की मदद से पुलिस पड़ताल में जुटी
उमेश सैनी
लखनऊ।साइबर ठगों ने वृद्धा को बैंक की तरफ से भेजे गए (चिप) एटीएम कार्ड को एक्टिवेट करने का झांसा दे बातों में फंसा लिया। बैंक अधिकारी के फेर में फंस वृद्धा ने भी खाते से जुड़ी जानकारी उसे दे दी। कुछ देर बाद ही उनके दो खातों से करीब 2.20 लाख रुपए निकाल लिए गए। वहीं, महिला डाक्टर समेत आधा दर्जन लोगों के एटीएम कार्ड का क्लोन बना कर 1.69 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया गया।
दो खातों से निकाले 2.20 लाख
अलीगंज सेक्टर-एम निवासी सुशील निगम की पत्नी आशा निगम के मोबाइल पर अन्जान नम्बर से कॉल आई थी। फोन करने वाले ने अपनी पहचान मुम्बई हेड ऑफिस में तैनात बैंक अधिकारी के रूप में बताई थी। उसने आशा को बताया कि बैंक की तरफ से नया एटीएम कार्ड इश्यू हुआ है। जिसकी इंट्री बैंक के रिकार्ड में नहीं हुई है। इसलिए आप एटीएम कार्ड का नम्बर बता दें। झांसे में फंस कर आशा ने ठग को अपने व पति के एटीएम कार्ड की डिटेल दे दी। कुछ देर बाद ही उनके खाते से लगभग 2.20 लाख रुपए निकाल लिए गए। इंस्पेक्टर विकासनगर ने बताया कि आशा निगम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
कार्ड क्लोनिंग कर उड़ाए रुपए
मीराबाई मार्ग निवासी डॉ. पल्लवी का हजरतगंज हलवासिया मार्केट में क्लीनिक है। उनका आइसीआइसीआइ बैंक में अकाउंट है। बुधवार रात उनके मोबाइल पर एक के बाद एक पांच मैसेज आए। जिनमें उनके खाते से 89 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन होने की डिटेल थी। पल्लवी ने कस्टमर केयर पर फोन कर अपना कार्ड ब्लाक कराया। वहीं, गुरुवार को हजरतगंज कोतवाली में पहुंच एफआईआर लिखाई। वहीं, महानगर शालीमार गैलेण्ट निवासी वरूण सिंह के खाते में सेंधमारी कर ठगों ने करीब बीस हजार रुपए निकाल लिए। उधर, सेक्टर डी कानपुर रोड निवासी सुदिप्तो मुखर्जी के अकाउंट से साढ़े तीन हजार व विभूतिखण्ड निवासी अमर सिंह के खाते से 40 हजार रुपए ठगों ने पार कर दिए। इसी तरह महानगर के सर्वोदय नगर निवासी तुलिका उपाध्याय के खाते से 15 व कैलाशपुरी आलमबाग निवासी राघवेन्द्र के बैंक अकाउंट से 25 हजार रुपए निकाले गए।