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एफपीओ के माध्यम से दरभंगा बनेगा मखाना हब

दरभंगा, विजय भारती :- भारत सरकार के सेंट्रल सेक्टर स्किम के तहत दस हज़ार एफपीओ प्रोत्साहन परियोजना अंतर्गत जिले के 6 प्रखंडों- हायाघाट, बहेड़ी, हनुमान नगर, बहादुरपुर, दरभंगा सदर, और केवटी में मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के माध्यम से कौशल्या फाउंडेशन द्वारा किसान उत्पादक संगठन का विनिर्माण किया जाएगा । संस्था सेंट्रल सेक्टर स्किम के तहत राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के मार्गदर्शन में बिहार के पूर्वी चम्पारण और उत्तरप्रदेश के अयोध्या जिले में 11 किसान उत्पादक संगठन का विनिर्माण किया है। गौरतलब है कि कौशल्या फाउंडेशन एक गैर सरकारी सामाजिक संस्था है जो कृषि एवं कृषकों के सर्वांगिण विकास के लिए पिछले एक दशक से अधिक समय से बिहार, उत्तरप्रदेश और झारखंड में कार्यरत है ।
इसी कड़ी में संस्था द्वारा मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा के सहयोग से मखाना अनुसंधान केंद्र सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला में जिले के सभी वरीय पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, वैज्ञानिक, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, एवं प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया । इस कार्यशाला का उद्देश्य जिले में मखाना उत्पादक किसानों का सहकारी कृषक उत्पादक संगठन बनाकर दरभंगा को मखाना हब के रूप में विश्व पटल पर स्थापित करने हेतु कार्ययोजना एवं सभी स्टेकहोल्डर्स के बीच समन्वय स्थापित करना था ।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ हुआ, तत्पश्चात अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया । कार्यकम के मुख्य अतिथि दरभंगा के माननीय सांसद गोपाल जी ठाकुर थे । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि दरभंगा के डीडीएम जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड थी ।


इस अवसर पर माननीय सांसद ने बताया कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का रीढ़ है और यह योजना सिर्फ इस रीढ़ को मजबूत नहीं करेगा वरन उन्नत कृषि और संगठन के माध्यम से मखाना कृषकों को आत्मनिर्भर बनाकर माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करेगा । इस परियोजना के अंतर्गत प्रखंड स्तर पर एक किसानों का संगठन बनेगा जिसमें सभी कृषक दो हजार रुपये अपना अंशपूँजी जमा करेंगे, भारत सरकार एफपीओ के हितधारकों के अंशपूँजी के बराबर अधिकतम 15 लाख का इक्विटी ग्रांट एफपीओ को देगी साथ ही एफपीओ के प्रबंधन एवं संचालन के लिए तीन वर्ष के लिए 18 लाख रुपये तक का प्रबंधन खर्च देंगी । प्रत्येक एफपीओ में एक कृषि स्नातक सीईओ और एक लेखाकार की नियुक्ति एफपीओ द्वारा की जाएगी ।
इस अवसर पर डीडीएम जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड ने बताया कि दरभंगा भारत सरकार के एक जिला एक उत्पाद परियोजना के अंतर्गत भी मखाना के लिए ही चयनित है और मखाना के किये जिलाधिकारी महोदय को माननीय प्रधानमंत्री के हाथों सिविल सेवा दिवस के अवसर पर दिल्ली में दिनांक 21 अप्रैल 2022 पुरस्कार भी मिला है । ऐसे में जिले में मखाना का एफपीओ निश्चय ही बहुत महत्वपूर्ण आयाम स्थापित करेगा । यह कृषकों को एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करेगा कि दरभंगा का मखाना देश विदेश तक पहुँचेगा ।
कौशल्या फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी कौशलेंद्र ने बताया कि एफपीओ के माध्यम से किसानों में उद्यमिता का विकास होगा और खेत से बाजार तक उनका पहुँच सुनिश्चित होगा जिससे बीच के बिचौलिये कम होंगे, किसान को अधिक आमदनी होगी और उनके उत्पाद को बड़ा बाजार मिलेगा ।
इस अवसर पर कार्यशाला को जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, सहायक निदेशक उद्यान, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, मखाना अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र जाले के वैज्ञानिक, जिला मतस्य पदाधिकारी, जीविका के जिला कार्यक्रम प्रबंधक, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक, मिथिला सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ के अध्यक्ष ने कार्यशाला को संबोधित किया ।
इस कार्यशाला में कौशल्या फाउंडेशन के अविनाश कुमार, संतोष कुमार श्रीवास्तव, अंकित पोद्दार, विक्रम कुमार, खुश्बू, स्नेहा, मुकेश एवं सभी 6 प्रखंडों के आत्मा के प्रसार कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

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