लखनऊ,रिपोर्टेर: उमेश सैनी।
लखनऊ के अलीगंज के ब्राइटलैंड स्कूल में पहली के छात्र ऋतिक पर स्कूल के ही बाथरूम में स्कूल की छात्रा के चाकू मारने की घटना के बाद पुलिस की तफ्तीश में घटना की वजह स्कूल में छुट्टी हो जाय इसके लिए छात्रा के घटना करने का आरोप लगा था वही इस मामले के पीछे ब्लू गेम खेलने की वजह होनी की खबरे मिडिया में उजागर होने पर पुलिस अब इस दिशा में भी जांच करने की बात कह रही है।वही आरोपित लड़की ने आज अपने वकील के माध्यम से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया के सामने बयां दिया की मै बिलकुल निर्दोष हु,मैंने कोई हमला नहीं किया और मै यह भी नहीं जानती हु की वो किस क्लास में पढता है और मुझे इस घटना की जानकारी 17 तारीख को हुई और मै उस बच्चे से कभी मिली भी नहीं क्योंकि वो स्कूल की अलग बिल्डिंग में पढता है और मई अलग बिल्डिंग में पढ़ती हु ,इस मामले में स्कूल प्रशाशन मुझे जानबूझकर फसा रहा है ,इस घटना के होने के बाद स्कूल प्रशाशन ने सभी बच्चों की चेकिंग करवाई ,फिर 16 तारीख को स्कूल के लोगो ने मेरे पापा को कॉल की और कहा की हम आपके घर में चेकिंग के लिए विजिट कर रहे है और मेरे पापा से कहा की आप लोग स्कूल चलिए वह पर आपसे कायदे से बात करेंगे ,इसके बाद जब हम स्कूल पहुंचे तो प्रिंसिपल मैडम ने कहाकि की बीटा आप ब्लू व्हेल गेम खेलती है तो मैंने कहा की मई ब्लू व्हेल गेम नहीं खेलती हु और न मेरे पास कोई गैजेट्स है इसको खेलने के लिए ,फिर मैडम ने मुझसे कहा की अपने जो घटना की है उसको स्वीकार कर लीजिये क्योंकि सी सी टीवी फुटेज में सब है और जब मुझसे पूछ ताछ हो रही थी तो मेरे पापा ने इस पूछ ताछ का विडिओ बना लिया था मैडम ने कहा था की सी सी टीवी फुटेज में सब आ ही जाता है तो मेरी मम्मी ने मैडम से कहा की आप सी सी टीवी फुटेज दिखाए तो मैडम ने कहा की फुटेज अभी निकलवाई नहीं है जब निकलवाए तब दिखाएंगे और इसके अगले दिन जब मै स्कूल गयी तब मुझे तान्या मैम और सुनीता मैं ने बुलाया और मुझसे कहा की आपकी चेकिंग करनी है और आपके पापा से इस चेकिंग के लिए बात भी कर ली है फिर चेकिंग के बहाने उन्होंने मेरे सारे कपडे उतरवा लिए मैंने शरीर पर एक भी कपडा नहीं पहना हुआ था उस समय जब मेरी चेकिंग की जा रही थी और मेरे शरीर के सारे कपडे उतरवा लिए और मेरे पूरे शरीर को देखा जिसके बाद मई रोने लगी ,इसके बाद मैं लोगो ने कहा की अब आप अपने कपडे पहन लीजिये ,इसके बाद मुझे वह से भेज दिया और फिर 10 मिनट के बाद मुझको फिर से बुलवाया और मुझसे एक चीज को अपने हाथो से उठाकर एक साइड में रखने को कहा गया ,जिसको मैंने उठाकर रख दिया ,मै जी जानती थी की आखीर वो चीज क्या है और उसके बाद तान्या मैं ने कहा की बीटा मुझे आपके बाल लेने है और उसके बाद उन्होंहे मेरे सर से अपने हाथो से बाल उखाड़ लिए वही आरोपी छात्रा ने स्कूल प्रशाशन पर मुझे जबरदस्ती फ़साने का आरोप भी लगाया और बताया की एक बार स्कूल में घटना हुई थी हम सभी छत्र बहुत ही कम जगह में हैंडवाश करते है और हैंडवाश के समय बहुत ज्यादा भीड़ होती है और उस समय किसी ने मेरे हाथ में किसी नुकीली चीज से मेरे हाथ पर मारा गया था और इसकी शिकयत लेकर मै चावला मैं के पास गयी थी तो मैं मैम कहा था की सी सी टीवी लगे है उसमे दिखवाएंगे अभी आप घर जाओ और क्रीम लगवाओ और इस घटना की जानकारी अपने मम्मी पापा को दी ,फिर मेरे पापा ने इस मामले पर स्कूल में बात की तो मेरे पापा से कहा जाता है की उसने खुद किया है ये तो फुटेज देखने के बाद ही पता चलेगा अगले दिन मेरे पापा फुटेज दिखाने की बात करते है तो वो पूरी बात ही बदल देती है और फुटेज में ऐसी कोई घटना नहीं दिखाई दे रही है और हम आपको फुटेज नहीं दिखा सकते है।वही इस मामले पर आरोपी छात्रां ने इस मामले की शाशन से सी बी आई जांच की मांग की है।वही इस मामले पर आरोपी लड़की के वकील का कहना है की इस मामले में आरोपी लड़की को अंतरिम जमानत मिली हुई है और ये 16 तारीख की घटना है ,17 तारीख को स्कूल प्रबंधन इस मामले की ऍफ़ आई आर लिखाता है और इस दौरान स्कूल प्रबंधन इस मामले की २४ घंटे विवेचना करता है और आरोपित लड़की का बाल जबरदस्ती सैंपल के लिए लेता है और आरोपी लड़की को लाइब्रेरी से कुछ मटेरियल उठवाया जाता है और स्कूल प्रबंधन जांबोझहकर इस मामले में किसी को बचा रहा है और स्कूल प्रबंधन ने २४ घंटे के अंदर प्रशाशन को ना बताकर वह से साक्ष्य मिटाने का काम किया है और नए साक्ष्य वह पर स्कूल प्रबंधन ने प्लांट किये और इस मामले में विवेचना का अधिकार केवल पुलिस के पास ही है जबकि स्कूल प्रबंधन ने साक्ष्य को मिटने का कार्य किया और उनको इस मामले में विवेचना का कोई अधिकार नहीं है और वही उन्होंहे कहाकि की इस मामले में सही तरीके से विवेचना नहीं हो रही है और माननीय कोर्ट ने आरोपित बच्ची को ३० तारिख तक अंतरिम जमानत पर छोड़ा है उसके बाद इस मामले आगे कोई भी विधिक कार्यवाही होगी।