रामकिशोर रावत
माल(लखनऊ)जानकारी के अनुसार माल इलाके के गोड़वा गांव के मजदूर किसान रामऔतार व होरीलाल दोनों भाई खेतों में काम करने गए थे।हवा तेज चल रही थी।इसी बीच गांव में आग लगने की चीख पुकार सुनाई देने लगी।दोनों भाई खेतों से घर की ओर भागे।गांव पहुंचे तो देखा उनके आशियाने आग की लौ के घेरे में हैं।गांव के लोग दौड़ पड़े थे सभी आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे।होरीलाल का दस वर्षीय मासूम बेटा अभिषेक जो दोनों पैरों से अपंग है घर के एक कमरे में ही रह गया।आग की परवाह किये बिना होरीलाल ने उसे बाहर निकाला।जिससे उसकी जान बच गयी।रामऔतार के घर के बाहर खड़ी ठेलिया,छप्पर और घर में लगवाने के लिए रखे करीब सौ पटरे जलकर राख हो गये।घर के अंदर तैयार किया करीब पांच कुंतल गेहूं ,कपडे, भूसा सब जल गया।होरीलाल के आँगन में भी करीब दस कुंतल गेहूं रखा हुवा था वह भी राख हो गया।होरीलाल के किसी रिश्तेदार के घर शादी थी उसे देने के लिए उसकी पत्नी ने दस हजार रुपये एक लोटे में रखे थे वह भी जल गए। रोते हुए होरीलाल की पत्नी विद्यावती ने बताया कि घर की तमाम गृहस्थी,कपडे,पैसे सब जल गये।गांव में सभी अग्निशमन सेवा से नाराज नजर आये।गांव के ही युवक फैसल ने बताया कि उसने कई बार सूचना दी थाना गांव व बीट संख्या तक बतायी फिर भी दो घंटे तक गाड़ी नहीं आयी।यह पहला मौका नहीं है जब अग्निशमन सेवा काम नहीं आयी बल्कि इसी माह दो अन्य घटनाओं में भी यह सेवा बेकार साबित हुई।ढोलबजा गांव की महिला किसान का पांच बीघा गेहूं खेत में जल गया और ससपन में पुत्तीलाल का ढाई बीघा गेहूं भी राख हो गया।सभी घटनाओं में सूचना देने के बावजूद दमकल सेवा काम नहीं आयी।तहसील पर खड़ी दमकल की गाड़ी महज दिखावा बनकर रह गयी।