लखनऊ,ब्यूरो: राज प्रताप सिंह।
मोहनलालगंज के भौंदरी में रहने वाले मधुकर सिंह शुक्रवार को दुल्हन डाक्टर माधुरी यादव को बिदा कराकर हेलीकाप्टर से जब छोटे से गांव में पहुंचे तो देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। दूल्हा-दुल्हन को हेलीकाप्टर से उतरते देखने के लिए गांव ही नही आस-पास के रहने वाले ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। लोग मोबाइल से उस नजारे को कैद करने में जुटे रहे। मोहनलालगंज में यह पहला मौका था जब कोई दुल्हन पहली बार हेलीकाप्टर से आई थी।
सिसेंडी के भौंदरी में रहने वाले लाल बहादुर यादव के सबसे बड़े बेटे मधुकर सिंह यादव की बारात गुरुवार को शिकोहाबाद गई थी। उसकी पत्नी डाक्टर माधुरी यादव सैफई की रहने वाली है। शिकोहाबाद में शादी होने के बाद दुल्हन पहली बार ससुराल हेलीकाप्टर से पहुंची। दो दिनों से हेलीपैड़ गांव के समीप ही रानीखेड़ा में बनाया जा रहा था। जिससे ग्रामीणों को पहले से ही दुल्हा-दुल्हन के हेलीकाप्टर से आने की जानकारी थी। जिसके चलते सुबह से ही ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई थी। शाम लगभग साढ़े चार बजे जैसे ही हेलीकाप्टर रानीखेड़ा में उतरा ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। घूंघट में पहली बार दुल्हन ने ससुराल में कदम रखा तो उसके स्वागत करने के लिए ससुराल पक्ष की महिलाएं स्वागत की थाली लेकर पहुंच गई।
दूल्हे का सपना था कि हेलीकाप्टर से आए दुल्हन
प्रापर्टी के काम से जुड़े मधुकर सिंह ने बताया कि वह एक छोटे से गांव का रहने वाला है। उसके जीवन का सपना व लक्ष्य था कि उसके परिवार की दुल्हन हेलीकाप्टर से आएं। वह घर का सबसे बड़ा लड़का है। इसलिए सबसे पहले उसी ने पहल शुरु की। उसने ऐ सपना इसलिए सोचा कि किसी को यह नही सोचना चाहिए की छोटे से गांव में रहने वाले कोई बड़ा सपना नही देख सकते।
हर कोई कैमरे में कैद करने में जुटा।
बारात जब पहुंची वहा जुटी भीड़ उस पल को मोबाइल में कैद कर लेना चाहता था। कोई सेल्फी लेने जुटा था तो काई दुल्हा-दुल्हन की फोटो। यह पहली बार था जब मोहनलालगंज के छोटे से गांव में पहली बार हेलीकाप्टर से कोई बारात बिदा होकर आई थी।