राज प्रताप सिंह,ब्यूरो लखनऊ
यूपी:भाजपा लोगों को परेशान करने वाली प्रयोगशाला: अखिलेश
लखनऊ।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा किसी को सुखी नहीं देखना चाहती है। वह परेशान करने वाली प्रयोगशाला है। भाजपा सपा पर राजनीतिक राकेट चलाना चाहती है। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जाएगा हमले की रफ्तार बढ़ती जाएगी। सपा ने भी लेकिन रास्ता निकाल लिया है, जिससे भाजपा को परास्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की लड़ाई बड़ी है। हमें हर समय सजग रहना है।
अखिलेश गुरुवार को पार्टी कार्यालय में लोगों को संबोधित कर करते हुए कहा कि भाजपा नफरत फैलाने वाले काम और बातें करती है। पिछले चुनावों में शमसान, कब्रिस्तान के बयान दिए गए।
यूपी:बचत के नाम पर नौकरियां कम कर रही है योगी सरकार: अखिलेश यादव
किसान, बेरोजगार नौजवान, चैकीदार, शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी कार्यकत्री रसोईयां सभी परेशान हैं। शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में और सरकारी रवैये के विरोध में सिर मुंडवा लिए। नोटबंदी से न तो कालाधन समाप्त हुआ है और नहीं भ्रष्टाचार मिटा। जीएसटी से बेकारी बढ़ी है और आर्थिक संकट में वृद्धि हुई है। 35 से 40 हजार कारोबारी भारत छोड़कर पलायन कर गए हैं।
उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर झूठा प्रचार करने और समाज को तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हीं वजहों से सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था। डीजल- पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। मंहगाई से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।
बरेली, लखनऊ, देवी पाटीन मण्डल में करीब डेढ़ लाख लोग रहस्यमय बुखार से पीड़ित हैं। डेंगू ओर जापानी बुखार का जोर है। लोग आतंकित हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 व वर्ष 2022 में लोकतंत्र की परीक्षा है। भाजपा के खिलाफ अपना गुस्सा निकालने के लिए जनता अब मन से तैयार है।
लखनऊ।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा किसी को सुखी नहीं देखना चाहती है। वह परेशान करने वाली प्रयोगशाला है। भाजपा सपा पर राजनीतिक राकेट चलाना चाहती है। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जाएगा हमले की रफ्तार बढ़ती जाएगी। सपा ने भी लेकिन रास्ता निकाल लिया है, जिससे भाजपा को परास्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की लड़ाई बड़ी है। हमें हर समय सजग रहना है।
अखिलेश गुरुवार को पार्टी कार्यालय में लोगों को संबोधित कर करते हुए कहा कि भाजपा नफरत फैलाने वाले काम और बातें करती है। पिछले चुनावों में शमसान, कब्रिस्तान के बयान दिए गए।
किसान, बेरोजगार नौजवान, चैकीदार, शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी कार्यकत्री रसोईयां सभी परेशान हैं। शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में और सरकारी रवैये के विरोध में सिर मुंडवा लिए। नोटबंदी से न तो कालाधन समाप्त हुआ है और नहीं भ्रष्टाचार मिटा। जीएसटी से बेकारी बढ़ी है और आर्थिक संकट में वृद्धि हुई है। 35 से 40 हजार कारोबारी भारत छोड़कर पलायन कर गए हैं।
उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर झूठा प्रचार करने और समाज को तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हीं वजहों से सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था। डीजल- पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। मंहगाई से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।
बरेली, लखनऊ, देवी पाटीन मण्डल में करीब डेढ़ लाख लोग रहस्यमय बुखार से पीड़ित हैं। डेंगू ओर जापानी बुखार का जोर है। लोग आतंकित हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 व वर्ष 2022 में लोकतंत्र की परीक्षा है। भाजपा के खिलाफ अपना गुस्सा निकालने के लिए जनता अब मन से तैयार है।