देश भर में आन्दोलन के दौरान हिंसा पर राज्यपाल ने कहा कि आंदोलन करके अपनी बात सरकार के सामने रखनी चाहिए लेकिन यह भी देखना जरूरी है कि उससे लोगों को दिक्कत न हो और माहौल न बिगड़े।
लखनऊ,ब्यूरो:राज प्रताप सिंह
राजधानी।पुलिस सप्ताह के अंतर्गत रिजर्व पुलिस लाइंस में रैतिक परेड का आयोजन किया गया. पहला मौका था जब रैतिक परेड में मुख्यमंत्री शामिल हुए. इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक ने 49 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को वीरता का पुरस्कार देकर सम्मानित किया. समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा, मंत्री मोहसिन रजा, बृजेश पाठक, स्वाति सिंह, मुख्य सचिव राजीव कुमार, प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी भी मौजूद रहे.
समारोह में 2015 के वीरता पुरस्कार प्राप्त पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया. इस दौरान राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि जो अच्छा और वीरता का काम करे, उसे जल्द से जल्द सम्मान मिलना चाहिए. इस पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि प्रयास रहेगा कि आगे से ऐसा ही हो. इसके बाद प्रदेश में हो रहे एनकाउंटर पर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि भगवान राम जैसा व्यवहार राक्षसों के साथ करते थे, वैसा ही यूपी पुलिस अपराधियों साथ कर रही है. देश भर में आन्दोलन के दौरान हिंसा पर राज्यपाल ने कहा कि आंदोलन करके अपनी बात सरकार के सामने रखनी चाहिए लेकिन यह भी देखना जरूरी है कि उससे लोगों को दिक्कत न हो और माहौल न बिगड़े.
राज्यपाल ने पुलिस को नसीहत दी कि वह आम आदमी की समस्याओं का समाधान करें. पुलिस का सिपाही सरकार का चेहरा होता है. अगर थानों में फरियादियों की सुनवाई नहीं होगी तो उनका खाकी से भरोसा उठ जाएगा. राज्यपाल ने इन्वेस्टर समिट के सफल आयोजन के लिए भी सरकार की सराहना की. साथ ही कहा कि निवेशकों को दो चीजों की जरूरत होती है. पहली कारखाने में बिजली और दूसरी लॉ एंड ऑर्डर. इन्वेस्टर समिट में आने वाले निवेश के प्रस्ताव यूपी में सुधरती कानून व्यवस्था दिखाते हैं. राम नाईक ने सरकार को कानून व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार करने की बात कही.