समाधान दिवस बना दिखावा,नही होता कोई भी समस्या का निराकरण
चकरनगर-इटावा डाँ0एस.बी.एस. चौहान।
कस्वाई थाना समाधान दिवस में ए डी एम जितेंद्र कुमार कुशवाह व उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव सहित थाना चकरनगर में बैठ कर फरियादियों का करते रहे इंतजार, लेकिन एक भी फरियादी नहीं आया। ज्ञातब्य हो कि मंगलवार के दिन तहसील में और शनिवार के दिन थाने पर फरियादियों के लिए राज दरबार लगाया जाता है जिसमें पीड़ित पक्ष अपनी समस्या को लेकर उसके निस्तारण हेतु निर्धारित स्थान तहसील और संबंधित थाना कार्यालय पर उपस्थित होते हैं जहां पर पीठासीन अधिकारी उन प्रार्थना पत्रों को ग्रहण कर समुचित आदेश कर संबंधित विभागीय अधिकारियों को सौंप देते हैं लेकिन उन प्रार्थना पत्रों पर कितना संज्ञान लिया जाता है या पोर्टल पर दर्ज कितने प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया जाता है इसको घूमकर कोई पीठासीन अधिकारी पीछे नहीं देखता। मौखिकी कुछ भी कहे लेकिन कार्यवाही के स्तर पर ऐसी भी समस्याएं सामने आई है 1-1 पीड़ित पक्ष कई बार अपनी समस्या के निस्तारण हेतु की कई प्रार्थना पत्र तहसील दिवस थाना दिवस पर देते हैं, लेकिन उन्हें राहत की सांस नहीं मिल पाती तो वह हताश होकर बैठ जाते, हालांकि कुछ प्रार्थना पत्रों पर तो संज्ञान सटीक ले लिया जाता है प्रार्थना पत्र देते ही उस पर त्वरित कार्यवाही हो जाती है जिससे जनता के बीच में आज यह विश्वास जीवित है कि तहसील दिवस और थाना दिवस में प्रार्थना पत्रों पर शक्ति से कार्यवाही होती है। आज के थाना समाधान दिवस में फरियादियों की उपस्थिति शून्य रही मात्र एक दो शादी समारोह की परमीशनों के अलावा सन्नाटा ही छाया रहा इसके बाद ए डी एम द्वारा तहसील का निरीक्षण किया गया
जिसमे अधिवक्ता रामपाल सिंह राठौर की अगुवाई में करीव आधा दर्जन अधिवक्ताओं ने तहसील में सन् 1990 से पहले औरैया तहसील के जुड़े राजस्व गांव जो अब तहसील चकरनगर से जुड़ गए है के पुराने दस्तावेज औरैया से मंगवाने सम्बन्धी बात कही तथा श्री राठौर ने तहसील क्षेत्र के ब्लाक चकरनगर में चकबन्दी करवाने के सम्बन्ध में भी मांग की, वहीं तहसील में रिक्त पदों पर कानून गो , एस डी एम पेशकार व् तहसीलदार पेशकार व आर के बाबू जैसे पदों पर कर्मचारी नियुक्त करने की बात की। तहसील का निरीक्षण करने के दौरान जब पीठासीन अधिकारी ए डी एम नाजिर कार्यालय पहुंचे तो वहां पर एक टूटा हुआ स्टूल पढ़ा-देखा जिस पर उनका पारा गरम हो गया और उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि यह नाजिर विभाग है वहां पर भी टूटा स्टूल इसको तुरंत ठीक कराया जाए का आदेश संबंधित अधिकारी को दिया।