गढ़हरा/बरौनी (बेगूसराय) : स्वच्छ अभियान को लेकर भारत और बिहार सरकार सूबे में जोरों से प्रचार प्रसार कर रही है। लेकिन स्थानीय प्रशासन इसे अमली जामा पहनाने में कारगर कदम नहीं उठा रही है। जिस कारण स्वच्छता अभियान की सफलता पर ग्रहण लग गया है। जिसका उदाहरण बरौनी चौक पर देखा जा सकता है। किस तरह फल व्यापरियों के द्वारा सड़े गले कूड़े कचड़े का अम्बार सड़क पर जमा कर दिया जाता है। जिसके कारण सड़ांध की बदवू फैलते रहता है। उस सड़क से होकर राहगीरों को पैदल चलना मुश्किल बना हुआ है। बिना नाक पर कपड़ा ढ़के चलना दूभर है। जबकि इस सड़क होकर अनुमंडल पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, मुखिया आदि प्रतिदिन होकर गुजरते हैं लेकिन इस ओर देखना तक मुनासिब नहीं समझते। असंवेदनशीलता के कारण बरौनी का मुख्य चौक की स्थिति नारकीय बनी हुई है। इस बिकराल गंदगी के प्रति संवेदनशीलता नहीं होती है तो क्षय रोग कभी भी बिकराल रूप धारण कर लेगी। साथ सरकारी स्वच्छता अभियान कागज पर ही सिमट कर रह जाएगी
Check Also
झंझारपुर में गरजे अमित शाह, बोले मोदी तीसरी बार भी बनेंगे प्रधानमंत्री
डेस्क। बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झंझारपुर संसदीय क्षेत्र …
भाजपा के कौरवों से डटकर लड़ रहीं ममता दीदी, दुर्गापुर में जनसम्पर्क के दौरान बोले TMC प्रत्याशी कीर्ति आजाद
डेस्क। भारत के पूर्व ऑलराउंडर क्रिकेटर कीर्ति आजाद को टीएमसी ने बर्दवान-दुर्गापुर से टिकट दिया …
दरभंगा उत्पाद कोर्ट ने 2 शराब तस्करों को 5-5 साल कारावास की सुनाई सजा
देखें वीडियो भी… डेस्क। दरभंगा। उत्पाद अधिनियम के प्रथम विशेष न्यायाधीश श्रीराम झा की अदालत …