मौनी अमावस्या कल, तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु लगाएंगे संगम में डुबकी
राज प्रताप सिंह(उत्तर-प्रदेश राज्य प्रमुख)
प्रयागराज। कुम्भ के सबसे महत्वपूर्ण स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर सोमवार को तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने की उम्मीद है। मेला क्षेत्र में शनिवार से ही आ रही भारी भीड़ को देखते हुए मेला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक एसएन साबत ने संवाददाताओं को बताया कि मेला के लिए जो सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए, उसका अभ्यास हमने कर लिया है। मध्य रात्रि से मुहूर्त लगने से स्नान रात्रि में ही शुरू होने की संभावना है। उन्होंने बताया, “मकर संक्रांति के स्नान की तुलना में हमने फोर्स बढ़ा दी है। आपात स्थिति से निपटने का भी अभ्यास किया गया है। साथ ही रेलवे की निगरानी व्यवस्था और मेला की निगरानी व्यवस्था के बीच सामंजस्य स्थापित किया गया है।”
आईजी (कुंभ मेला) केपी सिंह ने बताया कि सभी महत्वपूर्ण मार्गों पर हमने अर्द्धसैनिक बल तैनात किए हैं। इसके अलावा, हमें जल पुलिस की एक कंपनी मिली है जिसके कर्मी आठ किलोमीटर के दायरे में 40 घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे। उन्होंने बताया, “अलग-अलग दिशाओं से आ रहे लोगों को मेला क्षेत्र में उनकी सहूलियत के हिसाब से घाटों पर भेजा जा रहा है। जैसे वाराणसी की ओर से आ रहे श्रद्धालुओं को ऐरावत घाट पर भेजा जा रहा है।”
प्रयागराज के मंडलायुक्त आशीष गोयल ने बताया कि हमने भीड़ नियंत्रण, सफाई व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था के लिए संबंधित विभागों के साथ बैठक की है। मैंने आईजी और एडीजी के साथ नगर का हवाई सर्वेक्षण करके स्थिति का जायजा लिया है। सभी जगह स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया, “कल रात्रि के 12 बजे से आज दोपहर 11 बजे तक करीब ढाई लाख लोग शटल बसों से सफर कर चुके हैं और इससे कहीं अधिक भीड़ पैदल आ रही है। कल से अभी तक एक करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं।”