-भूख व प्यास से बेजुबान समा रहे काल के गाल में
विमलेश तिवारी (बीकेटी/लखनऊ) :: बख्शी का तालाब क्षेत्र के गौशालायों की स्थिति अत्यंत दयनीय है गाय भूख और प्यास से मर रही हैं वही ग्राम पंचायत दिलवा सी वग्राम पंचायत भगवतीपुर में गायों को समय से चारा ना मिलने की वजह से सूख कर ढांचा मात्र रह गई है नाम ना छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन 4 से 5 गाये असमय मौत के गाल में समा रही हैं । वर्तमान स्थिति देखकर यह लग रहा है की यह बात एकदम सही है भगवतीपुर में गायों की संख्या 300 बताई गई लेकिन गिनती करने पर गायों की संख्या 185 ही निकली वही एक बछड़ा पानी पीने के लिए खोदे गए तालाब में बेसहारा न निकल पाने की वजह से उसका बदन पूरी तरीके से अकड़ गया था अचानक गौशाला में पहुंचने के कारण वहां रक्षक लोग भी नहीं थे जो बाग में बैठे सुस्ता रहे थे भगवतीपुर गौशाला में 9:00 बजे तक गायों को चारा नहीं दिया गया था दिल वासी ग्राम पंचायत में भी जहां जानवरों की संख्या 150 बताई गई थी लेकिन मौके पर जानवरों की संख्या85 ही निकली वहां भी पानी पीने के लिए खोदे गए तालाब में एक बछड़ा जो पूरी तरीके से अकड़ गया था देखने को मिला कई गाय जिनके आंखों को कव्वे निकाल ले गए थे
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तड़पती मिली कई जानवर अंतिम सांसे गिन रहे थे वहां भी दिन के 11:00 बजे तक भूसा पानी कुछ भी जानवरों को नहीं दिया गया था वही प्रधान से बात करने पर ग्राम पंचायत दिलवा सी व ग्राम पंचायत भगवतीपुर के प्रधान ने सरकार द्वारा कोई भी बजट न दिए जाने की बात कही कुछ भी हो इन गौशालाओं को अगर कत्लखाने कहां जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कुछ भी हो यह विचलित कर देने वाली तस्वीरें गौशाला दिल वासी व् भगवतीपुर ग्राम पंचायत की है जिम्मेवारी किसकी है कौन इनकी सुरक्षा करेगा देखने वाली बात होगी या यूं ही गायों को राम भरोसे छोड़ दिया जाएगा वक्त बताएगा या यूं ही एक दूसरे पर प्रधान व प्रशासनिक व्यक्ति आरोप-प्रत्यारोप लगाकर अपने दामन को बचाते रहेंगे लेकिन कुल मिलाकर जो भी हो गायों की मौत की जिम्मेदारी किसी ना किसी को लेनी ही पड़ेगी ग्राम प्रधानों ने सरकार से एक भी फूटी कौड़ी ना मिलने की बात करते हैं वही सीडीओ मनीष बंसल से बात करने पर उन्होंने बताया की प्रधानों से कहिए अपना खाता चेक करें ।
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