लखनऊ ब्यूरो ( राज प्रताप सिंह ) : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और दिल्ली-अलीगढ़ में छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के विरोध में भड़की आग नदवा कॉलेज तक भी पहुंच गई। रविवार देर रात छिटपुट हंगामे के बाद छात्रों ने सोमवार सुबह उग्र प्रदर्शन किया। डीएम व एसएसपी के समझाने पर भी छात्र नहीं माने और पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने कई राउंड लाठीचार्ज करके छात्रों को परिसर के अंदर खदेड़ कर गेट बंद कर दिया। दोपहर तक हालात काबू हुए ही थे कि कॉलेज के पास शबाब मार्केट की तरफ इक्ट्ठा हुए कुछ अराजक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पर पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
नदवा पांच जनवरी तक बंद
दोपहर तीन बजे अधिकारियों के साथ बैठक के बाद नदवा प्रशासन ने पांच जनवरी तक के लिए कॉलेज बंद कर दिया। प्रिंसिपल मौलाना सईदुर्रहमान नदवी ने छुट्टी की नोटिस चस्पा करवा दी। जिसके बाद हॉस्टल में रहने वाले सैकड़ों छात्र पुलिस की निगरानी में अपने घरों के लिए निकल गए। सुरक्षा बलों ने इलाके में रूट मार्च करके लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी है।
एएसपी ट्रांसगोमती राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सोशल मीडिया पर जामिया मिल्लिया को लेकर फैली अफवाह के बाद नदवा कॉलेज में रविवार रात कुछ छात्र सड़क पर निकल आए थे। पुलिस ने बातचीत के बाद स्थिति काबू कर ली थी।
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सोमवार सुबह 9:30 बजे नदवा कॉलेज के सैकड़ों छात्र बाहर निकल आए। वह लोग लविवि की तरफ मुख्य सड़क की ओर बढ़ने लगे। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को बंधा रोड पर ही रोक दिया। छात्रों को वापस कॉलेज की तरफ ले जाया गया, जहां वह लोग गेट पर जमाकर होकर नारेबाजी करने लगे। बवाल बढ़ने पर डीएम अभिषेक प्रकाश और एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों और शिक्षकों के समझाने पर कई छात्र कॉलेज के अंदर आ गए। जबकि, करीब दो दर्जन छात्र बाहर चबूतरे पर धरने पर बैठ गए। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि ये युवक बाहरी थे और छात्रों को उकसाने का काम कर रहे थे। सुबह 11 बजे नदवा के प्रिंसिपल मौलाना सैईदुर्रहमान नदवी छात्रों को समझाने बाहर आए। इस पर भी बात नहीं बनी तो पुलिस ने सख्ती करके छात्रों को अंदर करके गेट बंद कर दिया।
पुलिस की धक्कामुक्की और लाठी फटकारने से नाराज छात्रों ने 11:15 बजे अंदर से पथराव शुरू कर दिया। करीब तीन मिनट तक पथराव होता रहा। इस दौरान छात्रों ने पुलिस कर्मियों पर चप्पलें और गमले भी फेंके। पुलिस कर्मियों ने गेट और बाउंड्री से सटकर खुद को बचाया। आधे घंटे बाद छात्र शांत होकर हॉस्टलों में चले गए।