झंझारपुर मधुबनी/डॉ संजीव शमा : लॉकडॉउन के बीच कुछ उत्साही युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से धन राशि इकट्ठा कर गरीबों के बीच राहत सामग्री वितरण कर एक मिसाल कायम की है । जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है । जहां सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहों का दौर जारी है वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया के माध्यम से नगर पंचायत के बेलारही गांव के युवाओं ने मानवता का अनुपम परिचय देने में कामयाबी हासिल की है। गांव के युवकों ने गांव के गरीब व भूखे परिवार को चिन्हित कर इन परिवारों तक राशन सामग्री पैकेट का वितरण किया । टीम के युवा अमरेन्द्र ने बताया कि ग्रामीणों का ‘अपन गांव बेलारही’ के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बना हुआ है । जिसमें शामिल लोगों ने लॉक डॉन में जरूरतमंद ग्रामीणों को मदद करने की अपील को पसंद किया और अपील रंग भी लायी । ग्रुप से जुड़े लोगों ने स्वविवेक से एक चिन्हित अकाउंट में पैसे भेजे और उस राशि से राहत सामग्री खरीद कर युवकों की टीम ने संपूर्ण गांव के लगभग 200 वास्तविक रूप से गरीब वर्ग के परिवारों को राहत पैकेट मुहैया कराया ।
सरकार गरीबों को चावल और गेहूं देती है । इसके अलावा अन्य सामानों की भी परिवार को जरूरत है । प्रत्येक चयनित परिवार को राहत सामग्री पैकेट में सरसों तेल,आलू, प्याज,मसाला,सोयाबीन,दाल, चना देकर बांटा गया । राहत सामग्री वितरण टीम के युवकों में अमरेंद्र कुमार यादव,पिंटू दास,गुंजन कुमार, हरिमोहन दास,संतु दास, अविनाश दास,मुकेश दास, प्रेम कुमार ललन,विपिन दास,सुमंत दास,गुड्डू यादव, राजन राय,समीर,अनिल आदि शामिल हैं । राहत सामग्री के लिए ग्रामीणों ने गुप्त दान देना उचित माना है । इस सोच और कार्य की लोग चारों ओर सराहना कर रहे हैं ।