डेस्क : केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शुक्रवार की शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम जारी है। बैंकों ने लोगों के हितों में फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि चार एनबीएफसी लिक्विडिटी मामले पर काम शुरू हो चुका है। वित्तमंत्री ने कहा कि 250 करोड़ से ज्यादा के लोन में सरकार की नजर बनी रहेगी।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब दस राष्ट्रीय बैंक की बजाए होंगे अब सिर्फ 4 बैंक। यानि कुल अब 12 राष्ट्रीय बैंक होंगे। यूनियन बैंक आफ इंडिया, आंध्रा बैंक औौर कारपोरेशन बैंक का मर्जर होगा। इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का मर्जर होगा।
केन्द्रीय वित्तमंत्री ने आगे कहा कि केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय किया जाएगा। इसे 15.20 लाख करोड़ के साथ सार्वजनिक क्षेत्र का चौथा सबसे बड़ा बैंक बनाया जाएगा।
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बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक रहेगा जारी- निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक यानि इन 2 बैंक को जारी रखेंगे जिसका देशभर में मौजूदगी है। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया का 9.3 लाख करोड़ का कारोबार है जबकि सेंट्रल बैंक का 4.68 लाख करोड़ का वित्तीय कारोबार है।