डेस्क : केंद्र सरकार ने बाढ़ व जलजमाव से जूझते बिहार के लिए 400 करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। यह फैसला बिहार व कर्नाटक में बाढ़ से बिगड़े हालात को ले गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में संपन्न हाई लेवल बैठक में लिया गया। इसके पहले सिक्किम सरकार ने बिहार को मदद दी है तो आेडिशा ने भी मदद का आश्वासन दिया है। इस बीच बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम पटना पहुंच गई है।
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मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल बैठक में बाढ़ग्रस्त बिहार को मदद देने के लिए 400 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया गया। यह राशि राहत व बचाव के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फंड (एनडीआरएफ) से एसडीआरएफ को दी जानी है। इसके अलावा राज्य आपदा राहत कोष से भी 213.75 करोड़ रुपये प्रदेश को मिलेंगे।
राज्य सरकार राज्य आपदा राहत कोष से मिले 213.75 करोड़ रुपये का उपयोग तत्काल राहत चलाने में इस्तेमाल कर सकेगी। हर वर्ष यह राशि मिलती है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से यह राशि जुलाई-अगस्त में आई बाढ़ के लिए मंजूर किए हैं।
बता दें कि दो महीने पहले आई बाढ़ में राज्य के 13 जिलों (पूर्वी व पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज, शिवहर, सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार और पूर्णिया) में काफी तबाही हुई थी। इसके बाद क्षति का आकलन करने आई टीम को राज्य सरकार की ओर से 27 सौ करोड़ रुपये का मांग पत्र दिया गया था।
इसके पहले सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने बिहार को 25 लाख रुपये की सहायता दी है। सिक्किम के मुख्यमंत्री के कांफिडेंशियल सचिव विकास बसनेट ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव चंचल कुमार को इस राशि का चेक शुक्रवार को सौंपा। उधर, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातकर उन्हें मदद का आश्वासन दिया है।