पटना : कोरोना संकट के दौरान बिहार में सिस्टम की पोल कई बार खुलती नजर आयी है. भले हीं बिहार के हर क्वेरेंटाइन सेंटर में इंतजाम बुरे नहीं हों लेकिन ऐसे ढेरों क्वेरेंटाइन सेंटरों के वीडियो सामने आए हैं जहां इंतजाम बद से बदतर रहे हैं. कटिहार और दूसरे कई क्वेरेंटाइन सेंटरों से तो मजदूरों के भागने की भी खबर आयी है.
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गौरतलब है कि बिहार सरकार क्वारंटाइन सेंटर में बदइंतज़ामी से हलकान दिख रही हैं. एक के बाद एक कई क्वारंटाइन सेंटर हुए हंगामे के बाद सरकार को कुछ नहीं सूझ रहा हैं. हाल ही बिहार के कई जिलों में क्वारंटाइन सेंटर में बदइंतज़ामी सोशल मीडिया पर बहस का केंद्र बनी हुई हैं. साथ ही राजनितिक गलियारों में भी सरकार के जमकर खिल्ली उड़ाई जा रही हैं. इसके बाद बिहार सरकार ने क्वारंटाइन सेंटर में मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाना आरम्भ कर दिया हैं.
मुंगेर के डीएम द्वारा जारी आदेश की प्रति के साथ
रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने ट्विट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है और इस आदेश को वापस लेने की मांग की है.
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है-‘आश्चर्य, दुःखद व अति निंदनीय! अपनी नाकामी छुपाने के लिए नीतीश कुमार सरकार ने अपना तानाशाही भरा घिनौना फरमान जारी कर लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ मीडिया को हीं ताला जड़ दिया! इस आदेश को अबिलंब वापस लें, अन्यथा रालोसपा फिर विरोधात्मक कार्रवाई करने को विवश होगी. बदहाल बिहार नीतीश कुमार।’
क्या लिखा है डीएम द्वारा जारी आदेश की चिट्ठी में
बिहार के बाहर से आने वाले मजदूरों, आम लोगों के लिए बनाये गये क्वॉरेंटाइन सेंटर में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर रोक का आदेश मुंगेर के जिलाधिकारी ने जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि दिनांक 06.05.2020 को मुख्य सचिव बिहार की अध्यक्षता में आहूत वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में प्रदत्त निर्देश के आलोक में 19 प्रखंड स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर रोक लगाया जाना है.
आदेश की प्रति सभी अनुमंडल पदाधिकारी को भी जारी किया गया हैं व निर्देश दिया गया है कि अपने स्तर से प्रखंड स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रतिनियुक्त सभी दण्डाधिकारी को अवगत कराते हुये यह सुनिश्चित किया जाय कि प्रखंड स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर में किसी भी स्थिति में मीडियाकर्मियों का प्रवेश न हो सके.
बता दें कि सरकार के नाकामियों के एक के बाद एक उजागर होने से हलकान बिहार सरकार ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में सीएम ने नेता प्रतिपक्ष से मिन्नते करते हुए राज्य का दौरा करने का ऑफर दे डाला था, जिसके बाद तेजस्वी यादव ने सवालों की बौछार कर दी थी व सुझावों की लिस्ट सौंप दी थी.
आपको बता दें कि क्वारंटाइन सेंटर की लगातार शिकायतें मिल रही थी. अलग-अलग जिलो से क्वारंटाइन सेंटर में खामियों की तस्वीरें भी आ रही थी. कहीं पर खाने की तो कहीं पर सफाई की शिकायतें लगातार आ रही थी जिसके बाद पत्रकारों को क्वारंटाइन सेंटर में बैन कर दिया गया है.
वहीं, क्वारेंटाइन सेंटर में मीडिया पर बैन को कांग्रेस ने गलत बताया है. एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने सवाल पूछा है कि आखिर क्या वजह है, ऐसा कदम उठाना पड़ा? सरकार को इस मामले पर सफाई देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में सुविधाओं का अभाव है.