डॉ.एस.बी.एस.चौहान।
चकरनगर,इटावा।भारत सरकार द्वारा अधिकृत एनआईओएस राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आमंत्रण पर 6 अप्रैल को केंद्रीय कार्यालय नोएडा पहुंचकर स्टूडियो में देश के लर्नर को संबोधित करते हुए कहा कि बीमारी में इलाज से बचाव अच्छा है क्योंकि एहतियातन बीमारी से दूर रहा जा सकता है।
बाल रोग विशेषज्ञ होने के नाते डॉक्टर संजीव यादव इटावा ने डॉक्टर बी के चौहान गौरव शर्मा की मौजूदगी में कहा कि अब गर्मी का समय है संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका रहेगी विशेषकर छोटे बच्चों में तो उन्हें नंगे पांव न घूमने दिया जाए क्योंकि छोटे कीडे बच्चों के पैरों की खाल या त्वचा के संपर्क में बैठ कर उन्हें रोग ग्रसित कर देते हैं।
बच्चों में खून की कमी भी कर सकते हैं इसके लिए एल्बेंडाजोल नामक सिरप बच्चों को अच्छी देखरेख के बीच दिलवाया जा सकता है।
पानी का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि बच्चों के अंदर डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा ना होने पाए खासकर नवजात शिशुओं को 2 घंटे के अंदर मां का दूध पिलाया जाना नितांत आवश्यक है क्योंकि बच्चे के अंदर पानी की मात्रा अधिक होनी चाहिए जिससे उसका ब्लड सरकुलेशन पतला बना रहकर अपनी आवाध गति से चलता रहे और जब पानी की कमी शरीर में हो जाती है यानी निर्जलीकरण जब हो जाता है तो बच्चे की दशा खराब होने लगती है और उसको जीवनदान देना भारी मुसीबत में डाल देता है। इसलिए डॉक्टर संजीव यादव इटावा वालों ने इस बात पर जोर देते हुए कि हर कीमत पर नवजात शिशु को 2 घंटे के अंदर मां का दूध को पिलाया जाना अनिवार्य माना जाता है यदि यह संभव ना हुआ तो बच्चे के अंदर निर्जलीकरण के चलते उसे तमाम परेशानियां और बीमारियां बढ़ सकती हैं तथा बोतल या डिब्बे के दूध से परहेज किया जाए डॉ यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि शिक्षित चिकित्सकों की अनुपातः बहुत बड़ी कमी है इसके लिए सरकार को चाहिए कि वह स्वास्थ्य वर्करों से काम ले जिससे चिकित्सकों की कमी का भाव नजर ना आए ।इस कार्यक्रम के दौरान एन आई ओ एस के अधिकारियों द्वारा भी उनसे जानकारी हासिल की गई स्टूडियो में एन आई ओ एस कोऑर्डिनेटर डॉक्टर हरि सिंह यादव भी अधिकारियों के साथ मौजूद रहे।