(संजय कुमार मुनचुन) : जी हां महाभार के दुशासन से आप भलीभाती परीचीत होंगे लेकीन ये कहना गलत नही होगा की बिहार में भी दुश्सासन राज चल रहा है। पहले मुजफ्फरपुर कांड फिर पटना सेल्टर होम का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था की आरा मे दुशासन का कहर बरपा और सुसाशन की पोल खुल गई। बिहार के आरा जिले मे एक महिला को गली-गली निर्वस्त्र कर घुमाया गया। वो रोती रही, चिल्लाती रही, हाथ जोड़ती रही लेकिन 500 लोग जो आसपास खड़े होकर तमाशा देख रहे थे उनमे से किसी की हिम्मत नही हुई की एक अकेली महीला को दरींदो से बचा सके। मानवता को शर्मशार कर देने बाली इस धटना पर हम तो यही कहेंगे डूब मरो सरकार।
पुलिस के सामने महिला को घर से खींच कर निकाला गया
आरा (बिहार)। बिहिया में सोमवार को जो हुआ, वह पहले कभी नहीं हुआ था। मानवता को शर्मसार कर देने वाली ईस घटना ने सबको सकते में डाल दिया। उपद्रवियों ने पुलिस के सामने हीं एक 35 वर्षीय महिला को घर से खींच कर निकाला… उसे नंगा कर पीटते हुए लगभग आधा किलोमीटर तक शहर के कई रास्तों में सरेआम घुमाया। महिला अपनी जान बचाने के लिए लोगों से गुहार लगाती रही, हाथ जोड़ती रही, रोती-चिल्लाती रही लेकिन उपद्रवियों के हिंसक तेवर को देखकर कोई भी व्यक्ति उसे बचाने की हिमानहींधे कर सका।
पढें यह भी खबर : पटना में एटीएम लूट गिरोह का भंडाफोड़, दर्जनभर अपराधी गिरफ्तार
काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उक्त महिला को छुड़ाया और अपनी कस्टडी में लेकर उसे कपड़ा पहनाया। जगदीशपुर थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार और कुछ स्थानीय युवक आगे बढ़े और महिला को अपनी सुरक्षा में लेकर बचाया।
उन्मादी भीड़ ने महिला के घर पर हमला बोल दिया और उसके घर को आग के हवाले कर दिया। लेकीन हैवानियत का ये खेल यहीं नहीं रुका भीड़ ने महिला को खींच कर सड़क पर निकाला। सरेआम उसके कपड़े फार कर महिला को सड़क पर नंगा दौड़ाया गया।
लापरवाही के आरोप में 8 पुलिसकर्मि निलंबित
मामले के प्रकाश में आने के बाद रश्मी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बिहिया थानेदार और रेलवे एसओ समेत 8 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया।