डेस्क : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर का एक साल से गंभीर बीमारी से जूझने के बाद रविवार शाम को निधन हो गया। केंद्र सरकार ने मनोहर पर्रीकर के निधन पर 18 मार्च सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। राष्ट्रीय राजधानी और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानी में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे।
इससे पूर्व उनके कार्यालय ने उनकी हालत गंभीर होने की जानकारी दी थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पर्रीकर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। 63 वर्षीय पर्रीकर गंभीर पैंक्रिएटिक बीमारी से जूझ रहे थे। उन्होंने डोना पौला स्थित निजी निवास में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया।
उल्लेखनीय है कि पर्रीकर पिछले एक साल से बीमार चल रहे थे। पिछले दो दिनों में उनकी सेहत और बिगड़ती चली गई। सेहत बिगड़ने की सूचना मिलने के बाद उनके आवास पर उनके रिश्तेदारों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया। राज्य के पुलिस महानिदेशक प्रणब नंदा भी पहुंचे।
सादगी, ईमानदारी और मुस्कुराहट भरी भाव भंगिमा मनोहर पर्रीकर की पहचान थी। पर्रीकर के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गायिका लता मंगेशकर, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, थावर चंद गहलोत, मुख्तार अब्बास अंसारी, मनोज सिन्हा, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, शरद यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पर्रीकर को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि गोवा और देश के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मनोहर पर्रीकर जैसा नेता कोई नहीं है। एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक, वह सभी की प्रशंसा करते थे। राष्ट्र के प्रति उनकी त्रुटिहीन सेवा को पीढ़ियों द्वारा याद किया जाएगा। उनके निधन से गहरा दुख हुआ। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। पर्रीकर आधुनिक गोवा के निर्माता थे। अपने मिलनसार व्यक्तित्व और सुलभ स्वभाव की बदौलत वे वर्षों तक राज्य के पसंदीदा नेता बने रहे। उनकी जन-समर्थक नीतियों ने गोवा को प्रगति की उल्लेखनीय ऊंचाइयों को सुनिश्चित किया।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पूरी भाजपा पर्रीकर जी के परिवार के साथ है। मैं लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ और महत्वपूर्ण रूप से गोवा के लोगों के साथ जो उनके परिवार थे, अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। भगवान इस दुखद नुकसान का सामना करने के लिए शोक संतप्त परिवार को शक्ति दे। शांति शांति शांति।
सुषमा स्वराज ने क हा कि मनोहर पर्रीकर के देहांत का समाचार सुनकर बहुत दुःख हुआ। हालांकि वो बहुत समय से बीमार थे तो भी मन इसके लिए तैयार नहीं था कि वह हमें इतनी जल्दी छोड़ जायेंगे। मेरे लिए तो वो भाई की तरह थे इसलिए उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि गोवा के सीएम के निधन से बेहद दुखी हूं। वह बीते एक साल से बीमारी से पूरी जीवटता के साथ संघर्ष कर रहे थे। पार्टी लाइन से ऊपर वह सम्मानित नेता थे और गोवा के सबसे अच्छे लोगों में से थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।