डेस्क : बिहार में 4000 जूनियर इंजीनियरों की बहाली शीघ्र होगी. इसकी प्रक्रिया तेजी से चल रही है. यह बहाली तकनीकी चयन आयोग के माध्यम से होगा. आने वाले समय में 20 हजार जूनियर इंजीनियरों की और बहाली होगी. खोजने से भी बिहार में पोलिटेक्निक पास युवा नहीं मिलेंगे. उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही. वे बुधवार को मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर में नवनिर्मित राजकीय पोलिटेक्निक भवन के उद्घाटन के मौके पर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम शिक्षा पर अधिक फोकस कर रहे हैं. हर जिले में इंजीनियरिंग व पोलिटेक्निक कॉलेज खोल रहे. हम सिर्फ शिक्षा और डिग्री बांटने तक ही सीमित नहीं हैं. हम युवाओं के लिए रोजगार का सृजन कर अवसर देने का काम कर रहे हैं. हमारी मंशा है कि हमारे युवा को रोजगार की तालाश में भटकना नहीं पड़े. पोलिटेक्निक पास युवाओं को लिए रोजगार का सृजन किया जा चुका है. प्रथम फेज में 4 हजार जेई को बहाल किया जायेगा. तकनीकी चयन आयोग इसकी प्रक्रिया में जुट गया है. बिहार में काफी संख्या में विकास की योजनाएं चल रही हैं. इनसे जुड़े सर्वे के काम में काफी संख्या में जूनियर इंजीनियर की जरूरत है. इसमें 20 हजार जूनियर इंजीनियर को नौकरी दी जायेगी.
पोलिटेक्निक छात्र को भी मिलेगा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
नीतीश कुमार ने कहा कि सात निश्चय के तहत इंटर पास युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना चला रही है. अब पोलिटेक्निक के छात्रों को भी इसका लाभ दिया जायेगा, क्योंकि पोलिटेक्निक कर युवा आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सकें. उन्होंने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत चार लाख का शिक्षा ऋण शिक्षा वित्त निगम द्वारा आसान ब्याज पर दिया जा रहा है.
छात्र के लिए 4 प्रतिशत तो छात्रा, दिव्यांग को मात्र एक प्रतिशत ब्याज देने हैं. अगर दुर्भाग्यवश वे ऋण की राशि लौटाने में सक्षम नहीं होंगे, तो सरकार ऋण को माफ करने पर सोच सकती है. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राज्य सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, शैलेश कुमार, महेश्वर हजारी व जय कुमार सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे.