डेस्क : रेलवे की भर्ती प्रक्रिया जल्दी ही शुरू होगी। जिसको लेकर 1.60 करोड़ आवेदकों की परीक्षा का आयोजन करना सबसे बड़ी चुनौती है। हालांकि परीक्षा कराने के लिए केंद्रों को चिन्हित करने का काम शुरु कर दिया गया है।
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भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने स्पष्ट किया ‘कोविड-19 महामारी की स्थिति में सुधार आने के साथ ही हम भर्ती प्रक्रिया में आगे बढ़ेंगे।’ भारतीय रेलवे में 35,200 पद नॉन टेक्निकल पापुलर कटेगरी (एनटीपीसी) के हैं, जिनके लिए कुल 1.60 करोड़ आवेदन पहुंचे हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे आवेदनों की जांच करना ही अपने आप में बड़ा काम था, जो पूरा कर लिया गया है। स्क्रूटनी का सारा काम कंप्यूटर आधारित था। तीन सालों में पूरी होने वाली ऐसी भर्तियों की मैराथन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इन पदों की भर्तियों का विज्ञापन वर्ष 2018 में निकला था।
यादव ने बताया कि कोरोना की विपदा से पहले हम परीक्षा केंद्रों का चयन पूरा करने वाले थे, लेकिन कोविड-19 ने रास्ता रोक दिया। उन्होंने हैरानी भरे अंदाज में कहा कि 1.60 करोड़ आवेदकों को परीक्षा के लिए एक साथ बाहर निकालना बड़ी चुनौती है। इसके लिए पूरी मुस्तैदी बरतनी होती है। लेकिन तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने बताया कि असिस्टेंट कोच पायलट (एएलपी) और टेक्निकल के कुल 46,371 पदों पर भर्तियां हो रही हैं। इसके लिए 46 लाख आवेदन आए थे। इसमें भर्ती प्रक्रिया तेजी से पूरी हुई और चरणबद्ध तरीके से चयनित लोगों को नियुक्ति पत्र जारी भी किए जा रहे हैं। अगले सालों में होने वाली रिक्तियों के हिसाब से नियुक्ति पत्र जारी किए जा रहे हैं। एएलपी और टेक्निकल वर्ग उच्च तकनीकी सेवाएं हैं, जिसमें नियुक्ति होते ही चयनित अभ्यर्थी को ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। इसीलिए जरूरत के के हिसाब से नियुक्ति पत्र जारी किए जा रहे हैं।