राज प्रताप सिंह,ब्यूरो लखनऊ
लखनऊ।इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपदा पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र व राज्य दोनों ही सरकारें जनता की पूरी मदद करेंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखमीमपुर, गोंडा, बाराबंकी और बहराइच में हवाई सर्वेक्षण करके बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान सीएम बाराबंकी जिले में बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री भी प्रदान किया इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपदा पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र व राज्य दोनों ही सरकारें जनता की पूरी मदद करेंगी।
सीएम ने सबसे पहले बहराइच के बाढ़ प्रभावित महसी क्षेत्र में सीएम हवाई सर्वेक्षण किया।इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोंडा के बाढ़ प्रभावित करनैलगंज इलाकों का दौरा करके हालात का जायजा लिया। करनैलगंज तहसील के बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरा कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात किया और राहत कार्यों की हकीकत जाना गौरतलब है कि पूर्वांचल के गोरखपुर, महाराजगंज, बलरामपुर, बस्ती, बहराइच कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और लखीमपुर खीरी बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।नेपाल से बहने वाली नदियों की वजह से इन जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। इसके अलावा यूपी के 22 जिले फिलहाल बाढ़ की चपेट में हैं।
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इस दौरान सीएम योगी ने लखीमपुर खीरी जिले के बाढ़ तथा कटान प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत सम्बन्धी निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके बाढ़ राहत की तैयारियों का जायजा लिया।उन्होंने कहा कि जिले में बाढ़ राहत के लिये 46 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गयी है। घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से एग्लिन-चरसड़ी तटबंध टूट गया है।तटबंध टूटने से 36 गांवों में घाघरा का पानी घुस गया है।इस कारण गोंडा व बाराबंकी जिलों में कोहराम मच गया है।आपको बता दें कि प्रदेश में अब तक बारिश के कहर से 175 की मौत हो चुकी है।