पटना (संजय कुमार मुनचुन) : सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा मीडिया के सवालों के जबाब देने से भागी. साथ ही मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न पर कार्रवाई में देरी और उनके इस्तीफे की मांग से जुड़ा सवाल पूछते ही समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के अंगरक्षकों ने पत्रकारों पर अचानक हमला कर दिया जिसमें कम से कम तीन पत्रकार घायल हो गए.
अधिवेशन भवन में कन्या उत्थान योजना के उदघाटन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंजू वर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद थे. कार्यक्रम के बाद सीएम भारी सुरक्षा के बीच बिना पत्रकारों से बात किए निकल गए.
इसके बाद मीडियाकर्मियों ने मंजू वर्मा को रोक कर उनसे पूछा कि बालिका गृह में लड़कियों के साथ रेप पर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की रिपोर्ट आने के बाद दो महीने तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इस पर मंजू वर्मा मौन रहीं. तभी एक पत्रकार ने दूसरा सवाल दागा… आपके पति पर ब्रजेश ठाकुर से सांठगांठ के आरोप लगे हैं, इसे देखते हुए आपसे इस्तीफे की मांग हो रही है, आप क्या कहेंगी?
इस पर मंजू वर्मा ने जवाब देने की कोशिश की तभी उनके साथ चल रहे किसी व्यक्ति ने उन्हें कार की तरफ खींचा और इधर उनके अंगरक्षकों ने पत्रकारों पर हमला कर दिया. इस झड़प में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के दो पत्रकारों को चोट लगी है. एक कैमरामैन भी घायल है.
इससे पहले कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि जिसने भी ये पाप किया है उसे सजा मिल कर रहेगी.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह का संचालन ब्रजेश ठाकुर का एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति कर रहा था जो खुद यौन उत्पीड़न का मास्टरमांड माना जा रहा है और इस मामले में जेल में है.