मधुबनी : झंझारपुर स्थित रेल सह सड़क पुल का जीर्णोंद्धार का कार्य आखिरकार गुरुवार को शुरू कर दिया गया। बिना किसी अवरोध के कार्य निरन्तर जारी रहने के लिए बुधवार को देर शाम से ही इस पुल पर किसी तरह की आवागमन पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए पुल के दोनों ओर बोर्ड टांगे जाने के साथ ही बैरिकेटिंग भी की गयी है। यहां तक कि पैदल भी पुल से गुजरने पर प्रतिबंध है।
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गुरुवार को अहले सुवह से संवेदक के लेवर पुल के पुराने लकड़ी के पटरियां उखाड़ने में जुट गए थे। हालांकि शुरुआत में ज्यादा जानकारी नहीं रहने के कारण कुछ बाइक व साइकिल सवार पुल पर जबरन गुजरे भी मगर बाद में समझाए जाने पर लोग आवाजाही बन्द कर दिया। रेलवे से अनापति प्रमाण पत्र मिलने पर राज्य सरकार ने इस पुल के जीणार्ेद्घार के लिए एक वर्ष पूर्व ही स्वीकृति प्रदान की थी। इस पुल के जीणार्ेद्घार के लिए राज्य पुल निर्माण विभाग ने एक करोड़ 91 लाख का प्राक्कलन को हरी झंडी दी है।
स्वीकृति मिलने के बाद भी रेल सह सड़क पुल का जीर्णोद्घार कार्य महज ठेकेदार नहीं मिलने के कारण एक वर्ष से अधर में लटका रहा। पुल के जीणार्ेद्घार के लिए तीन बार टेंडर निकला है। दो बार टेंडर विफल रहा मगर तीसरे दफा फिर से टेंडर निकलने के बाद जहानाबाद की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस कार्य की जवाबदेही मिली है।
इस पुल के जीणार्ेंद्घार होने से न केवल एनएच 57 के बिदेश्वर स्थान और मोहना चौक के बीच झंझारपुर आरएस होकर जाने वाली लिंक पथ में वाहनों की अवरुद्घ आवागमन एक फिर शुरू हो जाएगा। बल्कि झंझारपुर आरएस बाजार में पूरी तरह बंद ग्राहकों की आवाजाही फिर से बढ़ जाएगी।