इटावा (डॉ एस बी एस चौहान) : जनपद के तहसील चकरनगर का वृहद आबादी वाला गांव गौहानी में शरद कालीन मेला का शुक्रवार को समापन दिल्ली से आए सेठ भगवती शरण तिवारी के द्वारा किया गया।
- दरभंगा उत्पाद कोर्ट ने 2 शराब तस्करों को 5-5 साल कारावास की सुनाई सजा
- लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने के लिए दरभंगा डीएम ने जिलावासियों से की अपील
- जंगल में लगी भीषण आग, वन सम्पदा को भारी नुकसान
- झंझारपुर में गुलाब यादव ने कर दिया खेला, अब त्रिकोणीय मुकाबला
- पटना स्टेशन के पास लगी भीषण आग, 3 की मौत 15 अस्पताल में भर्ती
मिली जानकारी के अनुसार स्वर्गीय रघुवीर सिंह चौहान मंत्री जी की अकूत मेहनत को तरोताजा रखने के उद्देश्य से गांव सभा गौहानी में शरद कालीन मेला का आयोजन पिछले 27 वर्षों से अनवरत चला रहा है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के आने वाले दुकानदार भाई मेला की शोभा को बढ़ाते हैं। वहीं खरीद-फरोख्त के लिए इटावा-औरैया-जालौन, मध्यप्रदेश के भिंड जनपदों के लोग मेला का लुफ्त लेते हैं तो वहीं दूसरी तरफ यहां पर प्रतिवर्ष होने वाली महारास लीला का भी आनंद लेते हैं। यह कार्यक्रम कई दिन सार्वजनिक सहयोग से चलाया जाता है। आज इस कार्यक्रम का समापन मुख्य अतिथि दिल्ली से आए सेठ भगवती शरण तिवारी ने किया। उन्होंने अगले वर्ष भी मेला में आने और आर्थिक सहयोग देने का भी वादा किया।
मुख्य अतिथि ने समापन के समय ग्राम प्रधान प्रतिनिधि डॉ विश्वनाथ प्रताप सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि मेला तक पहुंचने के लिए बीच में आने वाले बेहद कीचड़ युक्त खराब मार्ग को ठीक 2 दिन के अंदर बहुत बड़ा कार्य करके मेला में चार चांद लगा दिया इसके लिए प्रधान और उनकी संपूर्ण समिति सहयोग करने वाले अधिकारी सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने भगवान श्री नरसिंह का आभार जताया कि उनकी ही प्रेरणा और कृपा से इस टूटे-फूटे जंगल में बसे साधन विहीन गांव में इतने भारी भरकम की व्यवस्था कार्यकर्ताओं के द्वारा की जाती है इसके लिए मेला मालिक आर के दीक्षित, ठाकुर मनवीर सिंह चौहान, बंगाली तिवारी आदि को धन्यवाद दिया। और दुकानदारों का प्रोत्साहन करते हुए उन्होंने कहा कि जिस दुकानदार की बिक्री उसकी तसल्ली के मुताबिक ना हुई हो तो आकर मुझसे मिले मैं उसे तसल्ली दूंगा इस घोषणा से दुकानदारों में बेहद खुशी की लहर दौड़ गई और दुकानदारों ने दोनों हाथ उठाकर यह कहा कि हमारी बिक्री नुमाइश की तरह हुई मुझे अपनी बिक्री पर पूर्ण संतोष है। अंत में भगवान श्री नरसिंह की जयघोष करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। मेला प्रबंधन समिति के समस्त कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए दिल्ली से आए सेठ ने सभी को सम्मानित किया और उनकी थकान दूर करने के लिए उन्हें अपना आशीर्वाद देते हुए मनोबल बढ़ाया।