डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार देश में चरखा क्लस्टर बनाएगी, जिससे पांच लाख ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि गांव-गांव बिजली, गैस, बैंक खाता, शौचालय होने से ग्रामीण कुटीर उद्योग को बढ़ावा मिला है। बुधवार को दांडी में राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक का उद्घाटन करते हुए पीएम ने कहा कि चरखा और सोलर पावर को आपस में जोड़कर रोजगार बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। सरकार सात अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में मनाएगी।
मोदी बोले, चरखा और सोलर पावर को जोड़कर बढ़ाया जाएगा रोजगार
मोदी ने कहा कि एक चुटकी नमक ने अंग्रेजों की सल्तनत को हिला दिया था। नमक सत्याग्रह से पहले कुछ नेताओं ने गांधीजी को ऐसा करने से रोका। लेकिन, गांधी नहीं माने। पीएम बोले कि आज भी ऐसी नकारात्मक मानसिकता वाले लोग हैं, जो पूछते हैं कि शौचालय से भी क्या बदलाव आता है? साफ-सफाई भी क्या पीएम का काम है? गैस कनेक्शन से भी क्या जीवन बदल जाता है और बैंक खाते खोलने से क्या गरीब अमीर हो जाएगा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भी नकारात्मक विचारों वाले लोग तरह तरह के सवाल पूछते हैं। यह देश का दुर्भाग्य है। निजी स्वार्थ के लिए छोटे छोटे कामों का मजाक उड़ाने वालों को उन कामों की ताकत का अंदाजा नहीं है।
खुले में शौच से मुक्त होगा देश
मोदी ने कहा कि 2014 में ग्रामीण स्वच्छता 38 फीसद थी जो अब 98 फीसद तक पहुंच गई है। देश लक्ष्य के निकट है। अगली गांधी जयंती तक देश खुले में शौच से मुक्त बन जाएगा। मोदी ने दावा किया कि शौचालय बनने से देश के तीन लाख गरीब मौत के मुंह में जाने से बच गए। आगामी दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150 जयंती तक देश को खुले में शौच से मुक्त बना दिया जाएगा।
समारोहों तक सीमित रही गांधी टोपी
मोदी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बापू के सपने का एक भी काम वे बीते वर्षों में करते तो उनको सच्ची श्रद्धांजलि होती। लेकिन, खादी और गांधी टोपी भी राजनीतिक समारोहों तक सीमित रह गई।
मोदी ने विरोधियों को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि विरोध करने वालों ने तो लाल किले में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के क्रांति मंदिर, अंबेडकर पंचतीर्थ, देश के नायकों के म्यूजियम, पुलिस मेमोरियल, नेशनल वॉर मेमोरियल का भी विरोध कर डाला।