दरभंगा : भाजपा के निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने आज केन्द्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार दरभंगा के स्वीकृत योजनाओं को लटका रही है। सांसद श्री आजाद ने आज लिखित वक्तव्य जारी कर कहा है कि आईटी पार्क, तारामंडल, हराही-दिग्घी-गंगासागर तालाब के सौन्दर्यकरण की योजनाओं को ठंढे बस्ते में डालना मेरे इन आरोपों को प्रमाणित करता है। उन्होंने 15वीं और 16वीं लोकसभा का जिक्र करते हुए कहा कि 15वीं लोकसभा में मिथिला के रामायणकाल के महत्वपूर्ण स्थलों के विकास हेतु लोकसभा में भारत सरकार तत्कालीन पर्यटन मंत्री से वार्ता के बाद राज्य सरकार से समन्वय स्थापित करने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजवाये गये थे।
जिसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी आर. लक्ष्मणन के कार्यकाल में गौतमकुंड और अहल्यास्थान में विकास कार्य आरंभ हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि रामायण सर्किट अंतर्गत विकास को नई योजना नहीं, जिसका उल्लेख मौजूदा सरकार कर रही है। रामायणकाल से जुड़े स्थलों का चरणबद्ध क्रम में विकास होना था, जो नहीं हुआ। वहीं 16वीं लोकसभा में तत्कालीन मंत्री महेश शर्मा ने सदन में विश्वास दिलाया था कि रामायण सर्किट में मिथिला में विद्यमान स्थलों का विकास पर्यटन की दृष्टि से व्यापक रूप से होगा। सांसद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार गठन से आज तक इसकी राशि नहीं दी जा सकी। उन्होंने कहा कि केन्द्र से हमेशा दरभंगा, मिथिला के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लाया गया। परंतु राज्य सरकार के कार्य पद्धति के कारण सब अधर में है।