दरभंगा (कुलदीप झा ) : दरभंगा जिला के पाली पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय उर्दू इमामबाड़ा की स्थिति देखकर लगता है स्कूल नहीं बल्कि धर्मशाला है । यह स्कूल प्रधानाध्यापीका रितु कुमारी के मनमानी की भेंट चढ़ गई है, जहां 9:00 बजे तक ना तो कोई विद्यार्थी उपस्थित था ना ही प्रधानाध्यापीका महोदया और ना ही सहायक शिक्षिका वहां सिर्फ एक सहायक शिक्षक रंजीत कुमार उपस्थित थे।
वही जब स्थानीय लोगों से स्कूल की स्थिति के बारे में पूछा गया उस सभी ने यही कहा कि यह स्कूल सिर्फ नाम के लिए ही चल रहा है यहां ना तो पढ़ाई होती है ना ही मध्यान्ह भोजन मीनू के हिसाब से चलाया जाता है और ना ही बच्चों की उपस्थिति दर्ज होती है । सभी स्थानीय लोग प्रधानाध्यापीका महोदया की इस तरह के हरकत की वजह से परेशान हैं और कई बार लिखित आवेदन भी पदाधिकारियों को दिया जा चुका है लेकिन अभी तक यहां पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है ।
वही जब हमारे रिपोर्टर ने विद्यालय में रखी जाने वाली संचिका ( शिक्षक की उपस्थिति पंजी और छात्र उपस्थिति पंजी) मांगी तो सहायक शिक्षक ने बताया की सारी पंजी मैडम घर से लाती हैं और जाते वक्त घर ले जाती हैं ।
करीब 10:00 बजे प्रधानाध्यापीका रितु कुमारी स्कूल पर पहुंचती हैं तथा जब उनसे रजिस्टर देखा जाता है तो दोनों रजिस्टर आज की डेट में खाली पाई जाती है तथा जहां मोहल्ले वाले जहाँ रोज करीब 15 से 20 बच्चे की उपस्थिति स्कूल में बताते हैं वही कल की डेट में 101 बच्चों की रिपोर्टिंग मैडम के द्वारा की गई थी । इन सब चीजों को देखकर साफ पता चलता है कि इस विद्यालय में अनियमितता चरम पर है तथा इसे देखने वाला कोई नहीं है ।