डॉ0.एस.बी.एस.चौहान,ब्यूरो इटावा
चकरनगर (इटावा), 24 सितम्बर। आयकर विभाग की गाड़ी सोमवार शाम जैसे ही थाना परिसर में घुसी तो स्टाफ सहित उपस्थित लोगों के छक्के छूट गए क्योंकि पूर्व से कोई सूचना नहीं थी लेकिन जब बाद में पता चला कि वह आयकर विभाग की गाड़ी किसी अपने रिश्तेदार की मदद में थाने पर शरीक हुई थी। विश्वस्त सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार आज शाम लगभग 3 बजे आयकर विभाग लिखी एक सुंदर मॉडल गाड़ी जैसे ही थाना परिसर में घुसी तो व्याप्त भय के अनुसार लोग सशंकित रह गए और सोचने लगे कि न जाने किस पर गाज गिरने वाली है लेकिन जैसे ही गाड़ी थानाध्यक्ष आवास की तरफ मुड़ कर खड़ी हुई तो उसमें से करीब 5 लोग उतर कर आफिस की तरफ आ गए जिसमें एक स्थानीय एक बीडीसी भी मौजूद बताया गया, तो लोगों की सांसें राहत की सांस लेते हुए थम गईं उसके बाद साथ में आए सिविल ड्रेस महाशय ने उप निरीक्षक मनोज को एक तरफ बुलाकर कुछ गुफ्तगू की उसके बाद उप निरीक्षक राजवीर सिंह की भी पीठ थपथपाई और दोनों दरोगाओं को यह निमंत्रण देते हुए कि आप इटावा आइए और कोई काम हो तो जरूर सेवा दीजिए इसी बीच गोपनीय खबर यह भी बताई गई कि आयकर विभाग स्टीकर टाइप लिखी हुई गाड़ी जो अपना रुतबा दिखाती हुई किसी रिश्तेदार की सिफारिश में आई हुई थी पता तो यहां तक चला है कि नवागंतुक थानाध्यक्ष राय साहब और यह मिलने वाले महाशय जी इटावा में कहीं एक ही जगह पर रहते हैं या आस-पास रहते हैं और इन महाशय के रिश्तेदार नगला चौप में है जहां पर किसी मामले को लेकर रुतबे के साथ सिफारिश करने यह गाड़ी आई हुई थी। मामला आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा को इसलिए संज्ञान में लेना चाहिए कि नवागंतुक थानाध्यक्ष आलोक राय, उप निरीक्षक राजवीर सिंह का अपना एक कार्य करने का जलवा है और पुलिस के जलवे को दबाव में लेते हुए अन्य कोई अनर्गल कार्य न कराया जा सके। यदि अधिकारियों के संज्ञान में यह मामला आ जाएगा तो थाना चकरनगर पुलिस सत्य, निष्पक्ष कार्य करेगी नहीं तो कोई भी गलत कार्य करवाने के दबाव में इन दोनों अधिकारियों पर साथ में दरोगा गीली की कलाएं सीख रहे युवा उपनिरीक्षक मनोज पर भी दबाव बनाया जाएगा।