डॉ.एस.बी.एस.चौहान।
चकरनगर,इटावा।चकरनगर में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए होने वाले 9 मार्च के चुनाव के लिए आज नामांकन करेंगे प्रत्यासी| बताते चले कि समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर प्रभा देवी पत्नी मुकेश सिंह राजावत विजयी घोषित हुई थी। उनकी प्रतिद्वन्दी सुनीला यादव जो निर्दलीय चुनाव लड़ीं थी चुनाव हारने के बाद से ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओ पर आरोप लगाये थे कि फर्जी तरीके से शासन के इशारे पर मुझे चुनाव हराया गया है और समय आने पर सुनीला यादव ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर प्रभा देवी को कुर्सी से हटाया। वर्तमान समय में सिन्डौस के पूर्व प्रधान परमाल सिंह राजावत ने अपनी दूसरी पुत्र वधु पुष्पलता को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा है श्री राजावत की बड़ी बहू प्रभा देवी निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख थी, दूसरी तरफ सुनीला यादव को सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है अब प्रश्न उठता है कि अगर सुनीला यादव समाजवादी नेता थी तो उन्होने पार्टी के नियमो का उलंघन कर चुनाव क्यों लड़ा और पार्टी ने उन पर कोई कार्यवाही नहीं की यदि समाजवादी पार्टी में वो नहीं रहीं तो पार्टी ने अपना प्रत्यासी क्यों बनाया? बताया गया है कि सुनीला यादव का भाई शिवकिशोर यादव हैंवरा का रहने वाला है अपनी बहन को चुनाव लड़ाकर वो स्वयं प्रमुखी की कुर्सी सम्हालना चाहते है लेकिन चकरनगर के समाजवादियों में आक्रोश है कि चकरनगर ब्लॉक ठाकुर बाहुल्य होने के बावजूद भी हमेशा से समाजवादी पार्टी चुनाव जीती है मोदी लहर में भी चकरनगर ब्लॉक से सपा चुनाव जीती थी जब पार्टी के इतने वोट हैं तो इस ब्लॉक में फिर पार्टी को बाहरी व्यक्ति को टिकट देने की क्या आवश्यकता थी? क्या इतने बड़े ब्लॉक में पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं रहा है। जो बाहरी व्यक्ति पर भरोसा किया है सपा कार्यकर्ताओ में भी रोष है कि आखिर सपा के बड़े नेता चकरनगर में वाहरी व्यक्ति को चुनाव लड़ाकर क्षेत्र में क्या सन्देश देना चाहते है?