दरभंगा : योजना के क्रियान्वयन में गड़बड़ी एवं लापरवाही बरतने के आरोप में संवेदक को डीवाड किया जाता है, लेकिन विभाग द्वारा उसी योजना को संवेदक के परिजनों को दे दिया जाता है। ये है दरभंगा में विकास योजना की सच्चाई। यह आरोप हम नहीं लगा रहे हैं, बल्कि समीक्षा के बाद जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस एम ने कही है। वे आज अपने कार्यालय कक्ष में विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जिलाधिकारी ने अभियंताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि निर्धारित समय पर विकाय योजनाओं का कार्य पूरा नहीं करने वाले संवेदकों के विरूद्ध कठोर दंडनात्मक कारवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने अहल्यास्थान से गौतमकुंड को जोड़ने वाली पथ की मरम्मति उच्च प्राथमिकता देकर करने का आदेश दिया। पुल निर्माण निगम के अभियंताओं ने शिकायत की कि उनके दो योजनाओं में भू-अर्जन से संबंधित भुगतान नहीं होने के कारण योजना में कार्य बाधित है।
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बैठक में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि 358 वार्डों में हर घर नल का जल की योजना क्रियान्वित की जानी है। जिसमें 6 वार्डों में योजना पूरी हुई है और 18 वार्डों में कार्य प्रगति में है।
57 वार्ड आरसैनिक प्रभावित है एवं 17 आयरन प्रभावित है। समीक्षा बैठक में बिंदुवार सभी योजना की समीक्षा की गई। बैठक में अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, उपविकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, वसीम अहमद के अलावे संबंधित अभियंता मौजूद थे। भवन निर्माण विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता के अनुपस्थित रहने पर उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है और उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है।