राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश के वीवीआईपी जनपद गोरखपुर में 25 साल के युवक की कोरोना से हुई पहली मौत अत्यंत दुःखद एवं चिंताजनक है। अखिलेश ने बुधवार को कहा कि घर लौट रहे जिन लोगों की मौत हो गई है सरकार द्वारा उनके शवों की पहचान कर ससम्मान उनके घरों तक पहुंचाने और 25 लाख रुपये की मदद देने की तत्काल व्यवस्था की जाए।
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प्रदेश भर में अस्पतालों को बड़े पैमाने पर चिकित्सकीय सामानों की जरूरत है। प्रयागराज में दवाएं खत्म, बांदा में दो वेण्टीलेटर के भरोसे मेडिकल कालेज व अस्पताल…। कोरोना से जंग के बीच आजमगढ़ में डाक्टरों के नाम पर जारी हुए 3 हजार मास्क कहां गए? त्रासदी के दौर में भी भ्रष्टाचारियों का खेल सरकार रोक नहीं पा रही है। सरकार डाक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ के बचाव के लिए सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराने में चूक न करे ताकि बेखौफ होकर ‘जीवन रक्षक’ अपना काम कर सकें।
सरकार को पैरामेडिकल स्टाफ सुनिश्चित कर उनकी तमाम सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर एवं टेस्टिंग किट की व्यवस्था हो। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाजवादी सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई 102-108 एम्बुलेंस सेवा के ड्राइवर, स्टाफ एवं कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिलने के कारण उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा। ऐसे अवसर पर राज्य सरकार को मानवीय संवेदना का परिचय देना चाहिए। जिससे इस बीमारी से लड़ने में कोई कोताही न हो।