डेस्क : मनचाहे जगह ट्रांसफर के एवज में डाटा इंट्री ऑपरेटर केशव कुमार से 50 हजार रुपये रिश्वत लेते सिविल सर्जन (सीएस) डॉ रवींद्र कुमार को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया.
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह के नेतृत्व में निगरानी की टीम ने सुबह 6.30 बजे डॉ कुमार को उनके डुमरा स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया. डाटा इंट्री ऑपरेटर केशव कुमार जिले के रून्नीसैदपुर प्रखंड के भरथी गांव है.
वहीं, सिविल सर्जन शेखपुरा जिले के केवलबिघा के रहनेवाले हैं और नालंदा में सीएस के पद पर काम कर चुके हैं. 19 अक्तूबर 2019 को सिविल सर्जन ने पांच डाटा इंट्री ऑपरेटरों का विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रांसफर कर दिया था. इस सूची में केशव का ट्रांसफर रून्नीसैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बैरगनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया गया था. 25 अक्तूबर को केशव ने बैरगनिया में अपना योगदान दिया.
31 अक्तूबर को सिविल सर्जन को आवेदन देकर पुन: रून्नीसैदपुर सीएचसी में प्रतिनियुक्त करने की गुहार लगायी. इस पर सिविल सर्जन ने 60 हजार रिश्वत की मांग की. केशव ने इतनी रकम देने में असमर्थता जतायी तो बात 50 हजार पर बन गयी. इसके बाद ऑपरेटर ने निगरानी से इसकी शिकायत कर दी.