डेस्क : दुर्गा पूजा को लेकर बड़ी खबर आ रही है. कोरोना को देखते हुए दुर्गापूजा में मूर्ति स्थापना, पंडाल बनाने, मेला लगाने के साथ ही विसर्जन जुलूस पर रोक लगा दी गई है. लेकिन इस बार कोरोना काल में सभी जगहों पर पंडालों पर रोक लगायी गयी है. बता दें कि हर साल की तरह इस साल दुर्गा पूजा में विशाल पंडालों की प्रतिमाएं देखने को नहीं मिलेंगी. यानि इस दुर्गा पूजा में सभी पटना वासियों को माता रानी की पूजा अपने-अपने घरों में रहकर करनी होगी.
- दरभंगा में नवनिर्मित प्रेस क्लब का मंत्री महेश्वर हजारी ने किया उद्घाटन
- Career Point, Kota का दरभंगा में भव्य शुभारंभ, अब रूकेगा मिथिलांचल के बच्चों का पलायन
- नए वेराइटी व नए लुक के साथ श्री कलेक्शन शोरूम का शुभारंभ
- सैन्फ़ोर्ट इंटरनेशनल स्कूल का तीसरा Annual Sports Meet मनमोहन प्रस्तुति से बच्चों ने खूब तालियां बटोरी
- दरभंगा के ओमेगा स्टडी सेंटर का जलवा बरकरार
जिलाधिकारी पटना के आदेशानुसार इस साल माता रानी पटना के विशाल पंडालों में नहीं विराजेंगी. जिला प्रशासन ने सभी पंडालों के बनाने पर रोक लगाई है. यानि पटनावासी घरों में रहकर ही देवी मां की आराधना करेंगे.

गौरतलब है कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने पूजा पंडाल और मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है. इस बार लोग घरों में मां भगवती की पूजा करेंगे. हर साल की तरह इस साल न तो पंडाल सजेंगे न ही प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी. पटना प्रशासन ने जानकारी दी है कि केन्द्र सरकार के दिशा निर्देश के मुताबिक किसी भी आयोजन में 100 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं. यहां तक की दुर्गा पूजा की शान मेलों में लगे झूले और पंडालों से होती है. अगर मेला लगा और पंडाल बनाए गए तो नियम का पालन नहीं हो पाएगा. इसको देखते हुए डीएम ने पूजा पंडाल और मेला लगाने पर रोक लगाई है और अभी पटना प्रशासन की तैयारी चुनाव में जुटा हुआ है.