रामकिशोर रावत
माल(लखनऊ) लूट के खेल में लिप्त समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मंत्री के निर्देश भी नहीं सुनते।शादी अनुदान के लिए एक वर्ष पहले आवेदन करने वाला गरीब आजतक दर दर भटक रहा है।मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में दो बार फरियाद करने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली।
माल विकासखंड की ग्राम पंचायत गांव निवासी परिक्रमा शंकर का दर्द सुनकर किसी का कलेजा पसीज जायेगा।अपने द्वारा दिए गये प्रार्थनापत्रों की कापियां दिखाते हुए वह रो पड़ता है।उसने बताया कि उसने वर्ष 2017 में अपनी दो बेटियों मीना और कोमल की शादी तय की थी।दलित समुदाय के धानुक तबके से ताल्लुक रखने वाले परिक्रमाशंकर ने समाज कल्याण विभाग में ऑनलाइन आवेदन किये।आवेदन क्रमांक 3132103708 व313210707 की हार्ड कापी ब्लाक के एडीओ समाज कल्याण को दिया।काफी दिनों तक इंतजार करने के बाद उसने ब्लाक में दोबारा संपर्क किया तो उसे जिला समाज कल्याण कार्यालय जाने की सलाह मिली।वह जिले पर पहुंचा तो वहां उससे सीधे प्रति आवेदन दस हजार रुपये देने की बात कही गयी।गरीबी से तंग परिक्रमाशंकर के यह बस की बात नहीं थी।उसने सुना था कि मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में शिकायत करने से समस्या जल्द सुलझ जाती है।लिहाजा वह जनता दर्शन में अपनी फरियाद लेकर पहुँचा।फिर भी कोई मदद नहीं हुई तो दोबारा वह जनता दरबार में अर्जी लेकर हाजिरी लगाने गया।इस बार उसे एक संदेश मिला जिसका नंबर15157170053223 था।धीरे धीरे काफी समय हो गया और उसकी समस्या दूर नहीं हुई।वह आठ अगस्त को प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री के दरबार में भी गया।मंत्री ने उसके प्रार्थनापत्र पर ही निदेशक समाज कल्याण को पत्रांक संख्या 1794 के जरिये अनुदान स्वीकृत किये जाने का निर्देश दिया।लंबी दौड़ भाग के बाद थक चुके परिक्रमा शंकर को अनुदान मिलने की आश अब टूट चुकी है।वह मान गया कि पैसा दिए बिना काम नहीं होगा।इस मामले में जिला समाज कल्याण अधिकारी से बात हुई तो उन्होंने बताया की गत वर्ष बजट नहीं मिला था।इस बार फरवरी माह में जिले को 822 लाभार्थियों के अनुदान का पैसा मिला है।जबकि आवेदन तीन हजार से भी अधिक जमा हुए हैं।यह मामला संज्ञान में आया है जल्द ही इसका समाधान किया जायेगा
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