चकरनगर / इटावा (डॉ एस बी एस चौहान) : अब चकरनगर का किसान भी “किसनई-नितनई की तर्ज पर” नई तकनीकि और उन्नत बीजों का इस्तेमाल करने में नहीं चूकते।
- Cyber Attack :: देश की साइबर सिक्योरिटी संभालने वाली टीम पर ही साइबर हमला, पाकिस्तान या चीन के हैकर्स पर शक
- सृष्टि फाउंडेशन द्वारा रामस्तुति की मनमोहक प्रस्तुति
- दरभंगा में बस एक्सीडेंट :: शोभन बाईपास पर हाइवा ट्रक से टक्कर, गड्ढे में पलटी कई जख्मी
- विभाग नहीं दे रहा ध्यान इसलिए नियम तोड़कर बना रहे स्पीड ब्रेकर
- M S Dhoni ने रचा इतिहास, फिर बनाएं नए रिकॉर्ड
यह आधुनिक प्रक्रिया का इस्तेमाल करने से वह किसान अग्रणी हो जाता है कि जो इस आधुनिकीकरण का प्रथम इस्तेमाल करता है। देखने वाले लोग अचंभित होकर देखते हैं कि यह सब कैसे वैज्ञानिकों की दी हुई व्यवस्था वाकई एक अनूठी छाप छोड़ती है।
लोगों का उत्साह बढ़ाती है किसान बृजबिहारी तिवारी जो अभी-अभी पंतनगर से किसान ट्रेनिंग लेकर आए और उन्होंने नई उन्नत का बीज बोकर एक ऐसी मूली तैयार की कि जिसे लोग देखकर पहले तो अचंभित हो जाते हैं। यहां तक कि कोई कोई लोग यह मूली के ऊपर भीगा कपड़ा रगडते हैं कि इस पर कोई रंग चढाया गया है जो हट जाएगा जब नहीं हटता है तो श्री तिवारी जी को धन्यवाद दिया जाता है। सरकार के द्वारा किसान को नए नए गुर सिखाने के लिए शासन की तरफ से प्रशिक्षण दिए जाते हैं ताकि किसान नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सोहरत पाएं और अपनी माली हालत को भी ठीक कर सके।