डेस्क : वर्ष 2019 का सबसे बड़ा और इस दशक का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था। यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा।
- दरभंगा कोर्ट में संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन, नशामुक्ति दिवस पर भी बोले जिला जज
- “भारतीय संविधान :: सिविल लिबर्टी और विकास” विषय पर राजनीति विज्ञान विभाग में संगोष्ठी आयोजित
- संविधान दिवस :: हम,भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण…. दरभंगा डीएम ने पदाधिकारीयों एवं कर्मियों को याद दिलाया प्रस्तावना
- नशामुक्ति दिवस :: दरभंगा मद्य निषेध द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित
- उन्नाव पुलिस कंट्रोल रूम प्रभारी सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा युवा सोच अवार्ड से होंगे सम्मानित
आज सुबह 8:04 बजे सूर्य ग्रहण शुरू हुआ। ये ग्रहण भारत में अधिकतम स्थानों पर खंडग्रास सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई दे रहा है। दक्षिण भारत की कुछ जगहों पर कंकणाकृति सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार भारत के अलावा ये ग्रहण एशिया के कुछ देश, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा।
भारत में ग्रहण काल 2.52 घंटे का रहेगा। 9:30 बजे मध्य काल और 10:56 बजे ग्रहण खत्म होगा। जब सूर्य ग्रहण होगा, तब धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह स्थित रहेंगे। इस दिन पौष मास की अमावस्या तिथि रहेगी। ग्रहण के बाद पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है। ये ग्रहणमुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, चेन्नई, मैसूर, कन्याकुमारी सहितभारत के कई अन्य शहरों में भी दिखेगा।इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 21, जून 2020 को होगा, ये भारत में दिखाई देगा। 26 दिसंबर के सूर्य ग्रहण के बाद एक राशि में 6 ग्रहों के साथ सूर्य ग्रहण का योग559 साल बाद सन 2578 मेंबनेगा।
यह नजारा बेहद खूबसूरत होगा, लेकिन नासा ने इसके लिए चेतावनी जारी की है। नासा ने कहा है कि यह सूर्य ग्रहण जितना सुंदर होगा, उतना ही खतरनाक भी होगा, इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण की तरफ न देखें। यही नहीं इसको देखने के समय विशेष सावधानी बरतें।
खासकर सूर्य ग्रहण के दौरान आपके पास चश्मा होना चाहिए। इसके अलावा अगर आप फोटोग्राफ लेना चाहते हैं तो आपके पास सोलर फिल्टर्स होने चाहिए। दरअसल कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान इससे खास तरह की किरणें निकलती हैं जो हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।