डेस्क : वयोवृद्ध पत्रकार पं अवध कुमार झा का निधन शुक्रवार सुबह सऊदी अरब में उनके पुत्र के निवास पर हो गया । बिहार के भागलपुर जिले के मूल निवासी अवध बाबू 95 वर्ष के थे । वे भारत के पुराने बंद अख़बार आर्यावर्त दैनिक के अंतिम संपादक थे ।
पं अवध बाबू के निधन को पत्रकारिता जगत की एक बडी क्षति बताते हुए मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ बीरबल झा ने गहरा दुःख व्यक्त किया एवं पीड़ित परिवार के प्रति गहरी शोक संवेदना जताया ।
- अग्निवीर वायुसेना में आवेदन 27 जनवरी तक, यहां से करें Online Apply
- दरभंगा में सीएम नीतीश के ‘‘प्रगति यात्रा’’ को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ डीएम की समीक्षा बैठक
- जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा 18 को, दरभंगा में बनाये गये 8 परीक्षा केंद्र
- बधाई :: चित्रांश अमरेंद्र कर्ण इंडिया हॉस्पिटैलिटी एक्सीलेंस अवार्ड्स 2024 में ‘जनरल मैनेजर ऑफ द ईयर’ से सम्मानित
- बवाल :: सैदनगर में पुलिस टीम पर हमला, पुलिस ने की हवाई फायरिंगप
मिथिला के यंगेस्ट लिविंग लीजेंड के नाम से जाने वाले डॉ बीरबल झा ने अपनी संवेदना सन्देश में बताया कि अवध बाबू केवल पत्रकार ही नहीं बल्कि एक महान समाजसेवी, सामाजिक चिंतक एवं लेखक थे। वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समकालीन थे एवं उनके साथ काम करने का मौका मिला था।
अवध बाबू अपने पीछे चार पुत्रो से भरापूरा परिवार छोड़ गए। 35 रुपये मासिक से पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले अवध बाबू 72 वर्षो तक पत्रकारिता के पेशे से जुड़े रहे। इस दरम्यान उन्होने कई किताबों का लेखन भी किया ।